बद्दी में स्थापित होगा पहला एंटीबायोटिक एपीआइ प्लांट, 2023 में शुरू होगा उत्पादन
देश का पहला एंटीबायोटिक एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रीडिएंट (एपीआइ यानी दवाओं के कच्चे माल का प्लांट हिमाचल के सोलन जिले के बद्दी में स्थापित होगा। करीब 300 बीघा क्षेत्र में लग रहे प्लांट में मार्च 2023 तक उत्पादन शुरू होगा।
भूपेंद्र ठाकुर, सोलन। देश का पहला एंटीबायोटिक एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रीडिएंट (एपीआइ यानी दवाओं के कच्चे माल का प्लांट सोलन जिले के बद्दी में स्थापित होगा। करीब 300 बीघा क्षेत्र में लग रहे प्लांट में मार्च, 2023 तक उत्पादन शुरू होगा। यहां हर वर्ष 400 टन पोटाशियम क्लेवुलेनेट का एपीआइ तैयार किया जाएगा, जो देश की कुल खपत का 40 फीसद है। इस प्लांट के स्थापित होने के बाद भारत की चीन पर निर्भरता कम हो जाएगी। पोटाशियम क्लेवुलेनेट बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण से लडऩे में मदद करता है।
महाराष्ट्र की किनवन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने प्रदेश सरकार के साथ करीब 840 करोड़ रुपये के निवेश का एमओयू साइन किया था। सरकार ने कंपनी को 300 बीघा जमीन लीज पर दे दी है। लीज मनी जमा होने के बाद कंपनी बद्दी के समीप पलासड़ा में भवन का निर्माण कार्य शुरू करेगी, जो मार्च 2023 तक पूरा होगा। इसके बाद यहां एंटीबायोटिक दवाओं में इस्तेमाल होने वाले पोटाशियम क्लेवुनेट का एपीआइ तैयार होगा। प्लांट स्थापित होने के बाद देशभर की फार्मा कंपनियों को महंगे एपीआइ से भी राहत मिलेगी। इस यूनिट का सबसे अधिक लाभ बद्दी को होगा। यहां की करीब 950 फार्मा कंपनियों को समय पर एपीआइ की सप्लाई मिलेगी।
आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में पोटाशियम क्लेवुलेनेट के एपीआइ की देश में एक हजार टन खपत है। भारत इसके लिए चीन पर निर्भर है। पलासड़ा में प्लांट लगने के बाद 40 फीसद मांग यहां से पूरी होगी।
16 हजार रुपये किलो है पोटाशियम क्लेवुलेनेट का दाम
भारत की फार्मा कंपनियां पोटाशियम क्लेवुलेनेट का एपीआइ चीन से 16 हजार रुपये किलो के हिसाब से खरीद रही हैं। कोरोना काल में चीन ने इसका दाम दोगुऩा कर दिया था। इस कारण देशभर में एंटीबायोटिक दवाओं के दाम बढ़े थे।
पांच हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
बद्दी में एपीआइ प्लांट स्थापित होने के बाद प्रदेश व देश के पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। परोक्ष रूप से करीब आठ से 10 हजार लोगों को लाभ होगा। माल ढुलाई के लिए वाहनों की मांग भी बढ़ेगी।
जमीन की लीज से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की चुकी हैैं। जल्द बद्दी के समीप पलासड़ा में भवन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
देवांग अजमेरा, निदेशक, किनवन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
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बद्दी में एपीआइ प्लांट स्थापित होना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है। इससे प्रदेश के फार्मा उद्योगों को लाभ होगा।
-डा. राजेश गुप्ता, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश दवा निर्माता संघ