कुल्‍लू जिला में 'वन सरोवर' करेंगे खेतों को तर, 'पर्वत धारा' योजना के तहत होगा जलसंरक्षण, पढ़ें खबर

Van Sarovar हिमाचल को वन संपदा के लिए समृद्ध राज्य कहा जाता है। यहां से कई नदियों का उद्गम हुआ है। कुल्लू जिले के पार्वती मंडल में पर्वत धारा योजना के तहत जंगलों में 50 सरोवर बनाकर जलसंरक्षण किया जाएगा। सरोवर बनाने पर 6.33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 12:55 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 12:55 PM (IST)
कुल्‍लू जिला में 'वन सरोवर' करेंगे खेतों को तर, 'पर्वत धारा' योजना के तहत होगा जलसंरक्षण, पढ़ें खबर
कुल्लू जिले के पार्वती मंडल में 'पर्वत धारा' योजना के तहत जंगलों में 50 सरोवर बनाकर जलसंरक्षण किया जाएगा।

कुल्लू, दविंद्र ठाकुर। Van Sarovar, हिमाचल को वन संपदा के लिए समृद्ध राज्य कहा जाता है। यहां से कई नदियों का उद्गम हुआ है। कुल्लू जिले के पार्वती मंडल में 'पर्वत धारा' योजना के तहत जंगलों में 50 सरोवर बनाकर जलसंरक्षण किया जाएगा। जंगलों में सरोवर बनाने पर 6.33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एक वन सरोवर पानी स्टोरेज क्षमता एक लाख लीटर होगी। इसके अलावा जलशक्ति विभाग मौहल में 50 लाख लीटर की क्षमता का तालाब बनाएगा, जिसमें जलसंग्रहण कर स्रोत रिचार्ज हो सकेंगे। इससे खेत भी तर होंगे और पेयजल स्रोत भी रिचार्ज होंगे।

पार्वती मंडल के तहत जंगलों के साथ लगते ग्रामीण इलाकों में वन सरोवरों का निर्माण किया जाएगा। इनमें पानी को संरक्षित किया जाएगा और जरूरत पडऩे पर ग्रामीणों को मुहैया करवाया जाएगा। इनके बनने से घाटी में गर्मियों में सिंचाई के लिए पानी की किल्लत नहीं रहेगी। जंगलों में आग लगने पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त विलुप्त तथा क्षीण जलस्रोतों के जीर्णोद्धार तथा ढलानदार खेतों में प्रवाह सिंचाई परियोजना के माध्यम से सिंचाई उपलब्ध करवाने के लिए 'पर्वत धारा' योजना की घोषणा की है।

मौहल के आसपास के लोगों को मिलेगा लाभ

पर्वत धारा योजना के तहत महाराजा कोठी, बाराहार पंचायत, खड़ीहार, शिलीहार, भुलंग, और मौहल पंचायतों को लाभ मिलेगा। कुल्लू जिले के साथ लगते मौहल को योजना में शामिल किया गया है। इसके अलावा इस योजना में जलशक्ति विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग भी कार्य कर रहा है।

क्‍या कहते हैं अधिकारी वन अरण्यपाल वृत्त कुल्लू एवं लाहुल-स्पीति अनिल शर्मा कहते हैं कुल्लू जिले के पार्वती मंडल के तहत करीब छह करोड़ रुपये की लागत से जंगलों में वन सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। इन सरोवरों में वर्षा जलसंग्रहण करके सिंचाई के लिए मुहैया करवाया जाएगा। अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग शमशी रविंद्र कुमार का कहना है जलसंरक्षण के लिए विभाग मौहल में 50 लाख लीटर की क्षमता वाला तालाब बनाएगा। इससे क्षेत्र के पेयजल स्रोत रिचार्ज होते रहेंगे और पानी की कमी नहीं आएगी।

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