नालागढ़ मंडी में फसल बेचने के लिए किसानाें को करना पड़ रहा लंबा इंतजार

नालागढ़ धान खरीद केंद्र किसानों के लिए मुसीबत बन गया है। आधुनिक सुविधा से जोड़ी गई इस मंडी में किसानों द्वारा धान बेचने के लिए आन लाईन बुकिंग करवाई जा रही है। सुविधांओं का अभाव होने की वजह से ऐसा हो रहा है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:57 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:57 PM (IST)
नालागढ़ मंडी में फसल बेचने के लिए किसानाें को करना पड़ रहा लंबा इंतजार
नालागढ़ धान खरीद केंद्र किसानों के लिए मुसीबत बन गया है।

नालागढ़,संवाद सूत्र। नालागढ़ धान खरीद केंद्र किसानों के लिए मुसीबत बन गया है। आधुनिक सुविधा से जोड़ी गई इस मंडी में किसानों द्वारा धान बेचने के लिए आन लाईन बुकिंग करवाई जा रही है। मौके पर जाने के बाद किसानों को धान बेचने के लिए दो से तीन दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। सुविधांओं का अभाव होने की वजह से ऐसा हो रहा है।

जानकारी के अनुसार मार्किट कमेटी द्वारा पहली बार नालागढ़ में धान खरीद केंद्र खोला गया है। यहां पर इस वर्ष 10 हजार टन धान को खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक केवल 1400 क्वंटल धान की खरीद ही की जा सकी है। आए दिन मंडी में किसानों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। ट्रैक्टर व ट्रक आदि में धान लेकर किसान यहां पर पहुंच रहे हैं। आन लाईन बुकिंग करवाने के बाद किसानों को लगता है कि मंडी में जाते ही उनकी फसल बिक जाएगी, लेकिन हकीकत में किसानों को दो से तीन दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है।

अपनी फसल बेचने के लिए मंडी में आए गुलाबपुर के किसान छोटू ने कहा कि उनको 21 तारीख का टोकन जारी किया गया है, लेकिन अब उन्हे 26 तारीख को बुलाया है। किसान गुरदीप सिंह, लाभ सिंह, करनैल सिंह, नसीब चंद ने बताया कि बुकिंग होने के बावजूद भी उनका धान अभी तक नहीं खरीदा गया है जिसके चलते वह हर रोज मंडी के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे है। गुलाबपुरा के किसान शफी ने बताया उसे धान बेचने का टोकन 20 अक्तूबर का मिला है, लेकिन जब मंडी में पता करने के लिए गए तो वहां पर उन्हें 7 अक्तूबर को बुलाया गया है। किसानों की समस्या को देखते हुए एसडीएम नालागढ़ ने मंगलवार को कृषि उपज मंडी का निरीक्षण किया तो तथा यहां पर व्यवस्थाओं को जांचा है।

एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि किसानों को पेश आ रही समस्याओं को लेकर मंडी का दौरा कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होने कहा कि धान मंडी में झरने व लेबर बढ़ाने को कह दिया गया है। उन्होंने कहा कि नालागढ के महादेव व मलपुर में धान मंडी खोलने की वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है। मार्किट कमेटी सोलन के सचिव रविंद्र शर्मा का कहना है कि नालागढ़ मंडी में सुविधाएं जुटाई जा रही है। पहले यहां पर तीन पंखे लगे थे, लेकिन अब चार अन्य पंखे लगा दिए गए हैं जिसकी वजह से अब खरीद की प्रक्रिया में तेजी आई है।

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