डिग्री घोटाला: 41 हार्डडिस्क का डाटा खोलेगा घोटाले के कई बड़े राज, सरगना की और संपत्ति भी होगी अटैच

Fake Degree Scam फर्जी डिग्री घोटाले की जड़े काफी गहरी हैं। अभी तो केवल ट्रेलर ही सामने आया है असली पिक्चर अभी बाकी है। इस केस में 41 और हार्डडिस्क का डाटा फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से पुनर्जीवित किया जा रहा है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sun, 31 Jan 2021 07:22 AM (IST) Updated:Sun, 31 Jan 2021 08:13 AM (IST)
डिग्री घोटाला: 41 हार्डडिस्क का डाटा खोलेगा घोटाले के कई बड़े राज, सरगना की और संपत्ति भी होगी अटैच
फर्जी डिग्री घोटाले की जड़े काफी गहरी हैं। अभी तो केवल ट्रेलर ही सामने आया है, असली पिक्चर बाकी है।

शिमला, रमेश सिंगटा। Fake Degree Scam, फर्जी डिग्री घोटाले की जड़े काफी गहरी हैं। अभी तो केवल ट्रेलर ही सामने आया है, असली पिक्चर अभी बाकी है। पेशेवर जांच के कारण छोटे राज्य हिमाचल की पुलिस ने देश भर में अपनी धाक जमाइ है।। इस केस में 41 और हार्डडिस्क का डाटा फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से पुनर्जीवित किया जा रहा है। इससे घोटालेबाजों के कई राज और खुलेंगे। हालांकि घोटालेबाजों के राजनैतिक कनेक्शन से जुड़े सवालों को डीजीपी संजय कुंडू बड़ी ही चतुराई से टाल गए। लेकिन देर- सवेर ऐसे कनेक्शनों से भी पर्दा उठ सकता है। मानव भारती विश्वविद्यालय खोलने के मामले को पहले वर्ष 2008 में अगस्त महीने में तत्कालीन सरकार की मंत्रिमंडल की बैठक में यह कहकर रिजेक्ट कर दिया था कि इसके पास न तो वित्तीय और न ही शैक्षणिक बैकग्राउंड है।

लेकिन अगले ही साल फरवरी 2009 में इसे लैटर ऑफ इंटेंट दे दिया गया। जांच की पुलिस कहानी में भी हवाला दिया गया है। कुंडू भी इस कहानी को खुद पुष्ट कर रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आम आदमी की हैसियत रखने वाला राजकुमार राणा किसकी शह पर खास हो गया। करनाल में मामूली फार्मेसी कॉलेज चलाने वाले ने किसके संरक्षण में अकूत संपत्ति एकत्र की। दो- दो विश्वविद्यालयों की न केवल स्थापना की बल्कि इनमें फर्जी डिग्रियों का भी सरेआम गैर कानूनी धंधा चलाया।

अभी कुछ और संपत्ति होगी अटैच

ईडी अभी कुछ और संपत्ति अटैच करेगी। फिलहाल एसआइटी मुख्य आरोपित राणा की पत्नी, बेटा, बेटी को विदेश से वापस लाने पर फोकस कर रही है। ये आस्ट्रेलिया में रहे रहे हैं। प्रत्यापर्ण संधि के तहत इन्हें वापस भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। राजकुमार राणा करनाल का रहने वाला है। इसने पहले ऊना से शादी की थी। युवती के पिता ने इसे जमीन दी थी। इस कारण यह भी कृषक बन गया।

नगद होता था कारोबार

फर्जी डिग्री के बदले डिग्रीधारक कैश देते थे। पूरा अवैध कारोबार कैश में होता था। अब तक कुल 275 व्यक्तियों से पूछताछ हो चुकी है। कुल आठ आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। अभी कई और आरोपित गिरफ्तार होंगे।

सौ में से 47 डिग्रियां फर्जी

एक ही केस में 100 डिग्रियों की जांच की गई। इनमें से 47 डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं। कुछ ऐसे भी डिग्रीधारक हैं, जो विदेश में हैं। कईयों के एड्रस सही नहीं पाए गए हैं।

आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र में भी गई टीम

एसआइटी की टीमों ने देश के कई राज्यों में गहन जांच की है। एडीजीपी सीआइडी एन वेणुगोपाल के अनुसार जहां जम्मू- कश्मीर पुलिस भी नहीं पहुंच पाती, वहां एसआइटी गई। जेएंडके में आतंवाद प्रभावित क्षेत्र में भी हिम्मत नहीं हारी। कोरोना के बावजूद टीमों ने जांच की।

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