फर्जी डिग्री मामला: डिग्रियों की वेरीफिकेशन में भी बरती अनियमितताएं, विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों में

Fake Degree Case सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय की डिग्रियों की वेरीफिकेशन में भी अनियमितताएं बरती गई हैं। सूत्रों के अनुसार सीआइडी की जांच से इसका खुलासा हुआ है। जांच के अनुसार उच्चतर शिक्षा विभाग ने डिग्रियों को सही तरीके निर्धारित नियमों के तहत वेरीफाइ नहीं किया।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 05:12 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 05:12 PM (IST)
फर्जी डिग्री मामला: डिग्रियों की वेरीफिकेशन में भी बरती अनियमितताएं, विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों में
फर्जी डिग्री मामले में शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है।

शिमला, जेएनएन। सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय की डिग्रियों की वेरीफिकेशन में भी अनियमितताएं बरती गई हैं। सूत्रों के अनुसार सीआइडी की जांच से इसका खुलासा हुआ है। जांच के अनुसार उच्चतर शिक्षा विभाग ने डिग्रियों को सही तरीके, निर्धारित नियमों के तहत वेरीफाइ नहीं किया। अगर तब चूक न हुई होती तो घोटाला शुरू में ही पकड़ में आ जाता। पिछले दस सालों से फर्जी डिग्रियां तैयार करने का सिलसिला चल रहा था। निदेशालय ने वेरीफिकेशन के लिए आई डिग्रियों के दस्तावेज सही तरीके से नहीं जांचे। यही चूक अब जांच की जद में आ गई है। सीआइडी की एसआइटी ने कब्जे में लिए रिकॉर्ड की छंटनी शुरू कर दी है। इसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जाएगी।

एसआइटी का विस्तार

सीआइडी की एसआइटी का विस्तार किया गया है। पहले इसमें 19 सदस्य शामिल थे। इसमें आइजी से लेकर डीआइजी, एसपी, डीएसपी रैंक के अधिकारी शामिल थे। लेकिन अब इसमें 15 सदस्यों को और जोड़ा गया है। इसकी वजह यह है कि घोटाले के तार देश भर के 25 से अधिक राज्यों से जुड़े हैं। इसके लिए ज्यादा टीमें गठित करने की जरूरत है। एसआइटी के मुखिया एडीजीपी सीआइडी एन वेणुगोपाल हैं। उनकी अगुवाई में ही प्रगति कार्य की समीक्षा हो रही है।

डीजीपी की भी पैनी नजर

पूरे मामले पर डीजीपी की भी पैनी नजर लगी हुई है। उनके आदेश पर ही एसआइटी गठित की गई है। उन्होंने पुलिस की जांच टीम की भी सराहना की थी। पुलिस ने मुख्य सरगना सहित कई आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इसमें मानव भारती विवि का मालिक राजकुमार राणा भी शामिल है। उसकी संपत्तियों का न केवल पता लगाया बल्कि बैंक खातों को भी सीज किया गया था।

आरोपित न्यायिक हिरासत में

सीआइडी के हाथों दिल्ली से पकड़े गए आरोपित केवल राम शर्मा अब न्यायिक हिरासत में है। पुलिस रिमांड के दौरान उगली बातों को वेरीफाइ किया जा रहा है। आरोप है कि आरोपित ने बीकॉम की फर्जी डिग्री हासिल की है। इस डिग्री की कडिय़ां जोड़ी जा रही है।

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