Fake Degree Case: देशभर के 79 विश्वविद्यालयों के नाम पर हुआ फर्जीवाड़ा, एसआइटी को मिले और प्रमाण
बद्दी के कालूझिंडा स्थित आइईसी विश्वविद्यालय से जुड़े फर्जी डिग्री मामले में बद्दी पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) की जांच में आरोपितों के खिलाफ कुछ और प्रमाण हाथ लगे हैं। इनके आधार पर अब दो और अनुपूरक चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई हैं।
शिमला, रमेश सिंगटा। बद्दी के कालूझिंडा स्थित आइईसी विश्वविद्यालय से जुड़े फर्जी डिग्री मामले में बद्दी पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) की जांच में आरोपितों के खिलाफ कुछ और प्रमाण हाथ लगे हैं। इनके आधार पर अब दो और अनुपूरक चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई हैं। जांच से पता चला है कि गिरोह ने सुनियोजित तरीके से देशभर के 79 विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है। ये फर्जी डिग्री न केवल खुद तैयार करते थे, बल्कि उन्हें बांटते भी थे। आरोपितों के बैंक खातों की जांच में मनी लाड्रिंग का कोण भी सामने आ रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब इनमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मदद ली जा सकती है।
सीआइडी जांच करवाने का आग्रह
पुलिस ने इस मामले की सीआइडी जांच करवानी चाही, लेकिन कुछ समय पूर्व सीआइडी ने इन्कार कर दिया था। सीआइडी मानव भारती विश्वविद्यालय से जुड़े फर्जी डिग्री मामले की जांच कर रही है। आइईसी का मामला इसलिए अलग है, क्योंकि इस विश्वविद्यालय की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की थी। आइईसी विश्वविद्यालय ने वर्ष 2019 में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि अज्ञात लोगों ने उनके विश्वविद्यालय की फर्जी वेबसाइट तैयार कर डिग्री फर्जीवाड़ा किया है। अब पुलिस ने दोबारा सीआइडी को पत्र लिखा है। इसमें आग्रह किया गया है कि इस मामले को वह कंसीडर करें और ईडी की भी मदद ले।
इनके खिलाफ हुई है चार्जशीट
पुलिस ने दिल्ली से बिहार के समस्तीपुर जिले के बारिशनगर निवासी एनान अहमद, दिल्ली की मदनपुर कालोनी के हाउस नंबर 387 से मोहम्मद सलीम, हाउस नंबर 4240, गली जट्टा पहाड़ी (दिल्ली) से भारती, पंजाब के फाजिल्का के गांव गगन के मनीष कुमार और हरिद्वार के थाना लाल गंज जिला मिरजापुर के गांव कटाई की अर्चना को गिरफ्तार किया था। पांचों ने दिल्ली में अड्डे बना रखे थे। ये फर्जी डिग्री बनाते थे। पुलिस ने इसी साल इनके खिलाफ धारा 420, 465, 468, 471 व 34 के तहत मामला दर्ज किया था। अब अनुपूरक चार्जशीट के आधार पर पांचों के खिलाफ कोर्ट में केस चलेगा।
क्या कहते हैं एसपी
एसपी बद्दी मोहित चावला का कहना है मामला बड़ा है और कई राज्यों से जुड़ा हुआ है। पुलिस की एसआइटी ने गहन जांच की है। पुलिस चाहती है कि सीआइडी हमारे जांच के प्रस्ताव पर विचार करे और ईडी से भी जांच करने में सहायता करे। अभी तक आरोपितों की जमानत नहीं हो पाई है।