पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा का नाम मतदाता सूची कटने पर उपायुक्त कांगड़ा से जबाव तलब, पढ़ें पूरा मामला
Election Commission पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा का मतदाता सूची से नाम काटे जाने पर हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा का पत्र जारी करते हुए मामले की जांच करने की आदेश दिए हैं।
धर्मशाला, जेएनएन। पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा को विकास खंड धर्मशाला के तहत पड़ते रक्कड़ पंचायत की मतदाता सूची से नाम काटे जाने पर हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की सचिव ने शनिवार को मामले को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा का पत्र जारी करते हुए मामले की जांच करने की आदेश दिए हैं। पत्र में आयोग सचिव ने उपायुक्त कांगड़ा को कहा है कि वे इसकी जांच करें कि पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा को उनकी पंचायत से नाम कैसे कटा। नाम काटने का जिम्मेवार की है। सात दिनों में भीतर जांच रिपोर्ट आयोग को भेजी जाए।
यहां बता दें कि गत सप्ताह सुधीर शर्मा ने इस संबंध में एक ब्यान जारी करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में हो रहे पंचायती राज चुनाव में मतदाता सूचियों में भारी धांधली देखने को मिली है। प्रदेश चुनाव आयोग और राष्ट्रीय चुनाव आयोग की सूचियों में भारी अंतर है लगभग हर पंचायत से सैकड़ों मतदाता सूची से ग़ायब हैं। लगभग हर पंचायत से 50 से लेकर 250 वोट तक मतदाता सूची में नहीं है। चिंतनीय बात है कि जिन लोगों ने पिछले पंचायती चुनाव में मतदान किया है और पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान किया है और जिनके वोटर कार्ड भी बने हुए हैं वो मतदाता सूची से ग़ायब हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ये एक सोची समझी चाल के तहत काम हुआ है और वोटर लिस्ट से नाम काटे गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी रक्कड़ पंचायत से जिस लोगों से नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, उसमें अधिकांश मतदाता वो है जो कांग्रेस की विचारधारा से हैं। पिछले पंचायत चुनावों में मेरा ख़ुद का वोट और उसके बाद विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में मेरा नाम था लेकिन इस बार नई मतदाता सूची आयी है उसमें नाम ही काट दिया गया।