जानलेवा साबित होने लगे सूखे पेड़
जागरण टीम बैजनाथ/पालमपुर पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सूखे पेड़ जानलेवा साबित ह
जागरण टीम, बैजनाथ/पालमपुर : पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सूखे पेड़ जानलेवा साबित होने लगे हैं। पिछले दो साल के अंतराल में चार पेड़ गिरकर वाहनों को क्षति पहुंचा चुके हैं। मंगलवार को पालमपुर में चलती बस पर चीड़ का पेड़ गिर गया। इससे बस समेत तीन कारों को नुकसान हुआ है। सूखे पेड़ों को हटाने के लिए प्रशासन नियमों के बंधन में फंसा हुआ है।
पहले भी इसी जगह पर पेड़ गिरने से दोपहिया वाहनों को क्षति हुई थी। ऐसे ही संयुक्त कार्यालय के पीछे सड़क पर पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। शीतला माता चौक में लोनिवि के क्वार्टरों के साथ भी पेड़ गिरने से कार चालक अंदर फंस गया था और उसे बाहर निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। ऐसा ही हादसा करीब डेढ़ वर्ष पहले होल्टा कैंट के समीप हुआ था और बाइक सवार दो युवाओं को गंभीर चोटें आई थीं। पता चला है कि मंगलवार को गिरे पेड़ को काटने के लिए प्रशासन ने कवायद शुरू की थी, लेकिन इस बाबत मंजूरी नहीं मिली थी। उधर, डीएफओ पालमपुर डा. नितिन पाटिल ने बताया कि पेड़ काटने की अनुमति प्रशासन की ओर से दी जाती है तथा काटने की जिम्मेदारी वन निगम को सौंपी जाती है। उधर, वन वृत धर्मशाला के मुख्य अरण्यपाल प्रदीप ठाकुर ने बताया कि सड़क किनारे सूखे पेड़ों से कोई जानमाल का नुकसान न हो। इसके लिए संबंधित अथारिटी क्षेत्र के एसडीएम और डीएफओ के माध्यम से वन विभाग को अवगत करवाया सकता है। ऐसे पेड़ों को तुरंत हटवाया जाता है।