पहाड़ की जवानी बर्बाद कर रहा नशा
विदेश से आ रहा नशा पहाड़ की जवानी को बर्बाद कर रहा है। भारत में नशा खासकर हेरोइन और चिट्टा तीन प्रमुख देशों पाकिस्तान अफगानिस्तान और ईरान से आ रहा है। नशीले पदार्थों की तस्करी दुबई और नेपाल के रास्ते हो रही है।
शिमला, रमेश सिंगटा। विदेश से आ रहा नशा पहाड़ की जवानी को बर्बाद कर रहा है। भारत में नशा खासकर हेरोइन और चिट्टा तीन प्रमुख देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान से आ रहा है। नशीले पदार्थों की तस्करी दुबई और नेपाल के रास्ते हो रही है। इससे हिमाचल प्रदेश भी काफी प्रभावित हो रहा है। हिमाचल पुलिस भी बड़े तस्करों की आर्थिकी पर और कड़ा प्रहार करेगी। पुलिस का जोर मादक द्रव्य पदार्थों के मामलों की वित्तीय जांच पर होगा। इसमें वित्त मंत्रालय की मदद से तस्करों की काली कमाई से अर्जित की गई संपत्ति को अटैच करना है। इकोनोमिक इंटेलीजेंस एजेंसी से लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तक का जांच में सहयोग लिया गया है। बड़े सरगना की पूरी कुंडली खंगाली जाएगी।
तस्करी में इन देशों के नागरिक भी संलिप्त
प्रदेश में नशे की तस्करी में कई देशों के नागरिक संलिप्त रहे हैं। इनमें अमेरिका के चार, यूरोप के दो, नाइजीरिया के 34 सहित अन्य अफ्रीकन देश के 14 नागरिक शामिल हैं। पांच साल के दर्ज मामलों के विश्लेषण से इसका पता चला है। प्रदेश में आरोपितों की 12 करोड़ 48 लाख रुपये की कुल संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इनमें से तीन मामले प्रवर्तन निदेशालय को सौंपे गए हैं, जिनकी जांच जारी है।
कितने आरोपित पकड़े गए
वर्ष आरोपित
2017 1221
2018 1722
2019 1935
2020 2058
2021 1568
इस वर्ष अब तक वित्तीय जांच
कुल्लू 15
कांगड़ा 3
बिलासपुर 1
शिमला 1
ऊना 2
कुल 22
कितनी चूरापोस्त व भांग की खेती नष्ट की
वर्ष चूरापोस्त भांग (बीघा में)
2016 8.5 17624
2017 7.1 37745
2018 7.16 21707
2019 17.06 15849
2020 52.1 7917
2021 66.0 3617
किस वर्ष कितने मामले पकड़े
2014 644
2015 622
2016 929
2017 1010
2018 1342
2019 1439
2020 1549
2021 1078
हिमाचल पुलिस ड्रग्स तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। छोटे नहीं अब बड़े तस्करों को भी पकड़ा जा रहा है। वित्त मंत्रालय की मदद से आरोपितों की संपत्ति अटैच की जा रही है। अब जांच में ईडी भी सहयोग कर रही है। करोड़ों रुपये की संपत्ति अटैच कर तस्करों को कड़ा संदेश दिया गया है।
संजय कुंडू, डीजीपी, हिमाचल प्रदेश