कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई खतरा नहीं, जानिए किस तरह से सावधानी बरतें इस माहौल में

Dr Suggestions On Coronavirus किसी व्यक्ति में यदि कोरोना के लक्षण हों तो उसे न छिपाएं बल्कि टेस्ट करवाएं। कोरोना की रफ्तार कम हो गई है लेकिन इसका खतरा कम नहीं हुआ है। इसलिए एहतिहात अभी जरूरी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:18 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:32 AM (IST)
कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई खतरा नहीं, जानिए किस तरह से सावधानी बरतें इस माहौल में
किसी व्यक्ति में यदि कोरोना के लक्षण हों तो उसे न छिपाएं, बल्कि टेस्ट करवाएं।

शिमला, जेएनएन। Dr Suggestions On Coronavirus, किसी व्यक्ति में यदि कोरोना के लक्षण हों तो उसे न छिपाएं, बल्कि टेस्ट करवाएं। जिला निगरानी अधिकारी डॉक्‍टर राकेश भारद्वाज का कहना है कोरोना की रफ्तार कम हो गई है लेकिन इसका खतरा कम नहीं हुआ है। इसलिए एहतिहात जरूरी है। अस्पतालों में कोरोना संक्रमित जो लोग गंभीर अवस्था में जा रहे थे, उसका मुख्य कारण देर से जांच करवाना रहा। कोरोना का संक्रमण अगले चरण में पहुंचने पर नियंत्रण में लाना बेहद मुश्किल हो रहा है। ज्यादा परेशानी, बीपी, शुगर, ब्लड प्रेशर, कैंसर, हृदय रोगियों सहित अन्य बीमारियों वाले कोरोना संक्रमितों को हो रही है। लोग कोरोना के लक्षण नजर आने पर सबसे पहले खुद को घर पर आइसोलेट कर लें।

इसके बाद नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर या आनलाइन ओपीडी के माध्यम से डाक्टरों से इस संबंध में बात करें। लोगों को सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देश का पालन करना चाहिए। संक्रमण हाथ के माध्यम से नाक, मुंह और आंखों के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। घर से बाहर निकलें तो सार्वजनिक स्थलों पर यहां वहां हाथ न लगाएं। हाथ को बार-बार धोते रहें। कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोने की प्रक्रिया जारी रखें। हाथ धोने की प्रक्रिया को नजरअंदाज न करें।

कोरोना को मात देने के लिए आयुर्वेद की दिनचर्या पर करें अमल

ऊना। आयुर्वेदिक चिकित्सक हीरा ऊना डा. ऊषा ठाकुर का कहना है कोरोना महामारी को मात देने के लिए आयुर्वेद में बताई गई दिनचर्या व आहार विहार का पूर्ण रूप से पालन करना होगा। आयुर्वेद का मुख्य मकसद रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है। सुबह उठकर प्रतिदिन नियमित रूप से योग करें व ध्यान जरूर लगाएं। अच्छी पुस्तकें पढ़ते हुए संगीत भी सुनें। यदि कोई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आए तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। स्वयं स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन ताजा व पौष्टिक खाना खाएं। सब्जियों को अच्छे से धोने के बाद पकाकर खाएं। दिन में दो बार दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची का काढ़ा बनाकर पीएं। विटामिन युक्त फलों का सेवन करें। रात के समय गाय के दूध में हल्दी मिलाकर पीने से काफी फायदा होता है। इसके साथ ही रात को पूरे आठ घंटे नींद लें।

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