अपनी मर्जी से स्टेरॉयड लेना हो सकता है बेहद खतरनाक, जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
Dr Suggestion on Coronavirus कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में दहशत का माहौल है। प्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ने के साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोग खुद को आइसोलेट कर घर पर इलाज ले रहे हैं।
शिमला, जागरण संवाददाता। Dr Suggestion on Coronavirus, कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में दहशत का माहौल है। प्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ने के साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोग खुद को आइसोलेट कर घर पर इलाज ले रहे हैं। कई बार लोग सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों के चलते जल्दी रिकवरी के चक्कर में स्टेरॉयड लेना शुरू करते हैं, जो खतरनाक हो सकता है।
आइजीएमसी के प्रधानाचार्य डॉ. रजनीश पठानिया का कहना है कि डॉक्टरी सलाह के बिना स्टेरॉयड का बिल्कुल इस्तेमाल न करें। कोरोना के हल्के संक्रमण में अगर मरीज को स्टेराॅयड दिए जाते हैं तो फेफड़ों पर बुरा असर पड़ सकता है और शरीर में वायरस और तेजी से फैलने लगता है।
कोरोना मरीज का अगर पांच से छह दिन तक ऑक्सीजन लेवल 90 से कम रहता है और बॉडी में इन्फ्लेमेटरी रिएक्शन बढ़ने लगता है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर उसे स्टेरॉयड की डोज देते हैं। इससे कई बार मरीज के शुगर लेवल और बीपी में बदलाव आता है। इस समय पर मरीज को ऑब्जर्वेशन पर रखा जाता है और शुगर व बीपी लेवल को कंट्रोल करने के लिए ट्रीटमेंट दिया जाता है। ऐसे में सावधानी व डॉक्टर की सलाह अनुसार की उपचार करवाना चाहिए।
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