मानव कल्‍याण को समर्पित रहे डाक्‍टर शिव कुमार, मारंडा अस्‍पताल और अनाथ आश्रम से दिया कइयों को सहारा

Dr Shiv Kumar Palampur कई संस्थाओं के माध्यम से मानव कल्याण को समर्पित डाक्‍टर शिव कुमार के निधन से समाजसेवा के बड़े अभियान को धक्का लगा है। डाक्‍टर शिव कुमरा एक ऐसा नाम था जिन्होंने आम व गरीब आदमी की समस्याओं व पीड़ा को समझा

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 12:01 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 12:01 PM (IST)
मानव कल्‍याण को समर्पित रहे डाक्‍टर शिव कुमार, मारंडा अस्‍पताल और अनाथ आश्रम से दिया कइयों को सहारा
डाक्‍टर शिव कुमार पालमपुर में समाजसेवा से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान। फाइल फोटो

पालमपुर, संवाद सहयोगी। Dr Shiv Kumar Palampur, कई संस्थाओं के माध्यम से मानव कल्याण को समर्पित डाक्‍टर शिव कुमार के निधन से समाजसेवा के बड़े अभियान को धक्का लगा है। डाक्‍टर शिव कुमरा एक ऐसा नाम था, जिन्होंने आम व गरीब आदमी की समस्याओं व पीड़ा को समझा और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए जुट गए। पूरा जीवन जनता को ही समर्पित कर दिया। यही वजह है कि समाज सेवा व जनकल्याण के कई शिखरों को स्थापित करने में सफल रहे। डाक्‍टर शिव कुमार का जन्म एक प्रसिद्ध समाजसेवी सुप्रसिद्ध शिक्षाविद और स्वतंत्रता सेनानी पंडित अमरनाथ शर्मा व इंदिरा शर्मा के घर हुआ था। डाक्‍टर शिव कुमार ने अपनी आरंभिक शिक्षा सनातन धर्म हाई स्कूल बैजनाथ व पालमपुर से की।

एमबीबीएस की शिक्षा मेडिकल कालेज अमृतसर से प्राप्त की। अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद डाक्‍टर शिव कुमार ने पालमपुर को अपनी कार्यस्थली बनाया। डाक्‍टर शिव कुमार के लिए उनकी पत्नी विजय शर्मा का हमेशा उन्हें सहयोग व समर्पण मिला। उन्‍होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली, धर्मशाला व जालंधर में प्राप्त की। डाक्‍टर विजय शर्मा ने मेडिकल कालेज अमृतसर से एमबीबीएस किया। दंपती ने पालमपुर में प्रैक्टिस शुरू की और खूब नाम कमाया। जब डॉक्टर शिव कुमार ने पालमपुर में अपनी निजी प्रेक्टिस शुरू की उस समय पालमपुर और उसके आसपास कोई विशेष चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं होती थी।

1978 में रोटरी क्लब पालमपुर के अध्यक्ष से शुरू हुआ सफर तो आयाम जुड़ते गए

1978 में रोटरी क्लब पालमपुर अस्तित्व में आया। 1978 में ही डाक्‍टर शिव कुमार चार्टर्ड अध्यक्ष के रूप में क्लब से जुड़े। वह लगातार तीन बार तक रोटरी क्‍लब के अध्यक्ष बने रहे। रोटरी क्लब में रहते हुए उन्होंने इतना अधिक कार्य किया व इसका विस्तार किया कि रोटरी क्लब पालमपुर ने अपना नाम स्थापित कर लिया। वह पालमपुर रोटरी आई फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष रहे और मारंडा रोटरी आई अस्‍पताल की स्थापना की। यहां पूरे उत्तरी भारत से लोग अपनी आंखों का इलाज करवाने आते हैं। डाक्‍टर शिव कुमार ने पालमपुर रोटरी हेल्पेज फाउंडेशन की स्थापना की जिसके वह चेयरमैन रहे। इसके अंतर्गत ‘अपना घर’, वृद्धाश्रम सलियना में बनवाया। ‘रामानंद गोपाल बाल आश्रम’’ सलियाना में गरीब, अनाथ और दिव्‍यांग बच्चों के लिए बनवाया। जिसमें बेसहारा व असहाय बच्चों के लिए रहने, खाने-पीने, ठहरने और पालन-पोषण का पूरा इंतज़ाम है। उन्‍होंने रोटरी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना सुंगल गांव में की। दिमागी रूप से कमजोर बच्चों के लिए भी एक केंद्र की स्थापना सलियाणा में की गई। इसके अतिरिक्त ठाकुरद्वारा और सलियाणा में भौतिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना भी की गई।

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