शिमला में भारी बरसात के कारण गिरा दो मंजिला पुराना भवन, आइजीएमसी के नजदीक बना था कल्याण भवन

राजधानी शिमला में आइजीएमसी अस्पताल के नजदीक एक दो मंजिला पुराना भवन पूरी तरह से जमीन में मिल गया। सोमवार देर रात को गिर गया आइजीएमसी से शिमला की ओर आने वाले रास्ते पर मनचंदा दवा की दुकान के बिल्कुल सामने बना कल्याण भवन गिर गया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:52 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:52 AM (IST)
शिमला में भारी बरसात के कारण गिरा दो मंजिला पुराना भवन, आइजीएमसी के नजदीक बना था कल्याण भवन
राजधानी शिमला में आइजीएमसी अस्पताल के नजदीक एक दो मंजिला पुराना भवन पूरी तरह से जमीन में मिल गया।

शिमला, जागरण संवाददाता। शहर में बरसात ने नुकसान करना शुरू कर दिया है। राजधानी शिमला में आइजीएमसी अस्पताल के नजदीक एक दो मंजिला पुराना भवन पूरी तरह से जमीन में मिल गया। सोमवार देर रात को गिर गया आइजीएमसी से शिमला की ओर आने वाले रास्ते पर मनचंदा दवा की दुकान के बिल्कुल सामने बना कल्याण भवन गिर गया। उस भवन को नगर निगम ने कई साल पहले से अनसेफ घोषित कर दिया था, लेकिन किराएदार और मालिक के विवाद के चलते इस भवन को गिराया ना जा सका।

भवन में एक ही व्यक्ति रहता था। इसका और मकान मालिक का आपस में विवाद चल रहा था। बीती रात पुराना लकड़ी से बना हुआ भवन पूरी तरह से मिट्टी बन गया। शहर में कई ऐसे भवन हैं जिन्हें नगर निगम ने अनसेफ घोषित किया है। नगर निगम शिमला 150 से ज्यादा भवनों को अनसेफ घोषित किया है। इन भवनों में लोगों को रहने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन अधिकतर मामलों में विवाद न्यायालय तक पहुंचने के चलते इन्हे खाली नहीं करवाया जा सकता है। इसलिए निगम के अनसेफ घोषित होने के बावजूद इन भवनों में लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर रह रहे हैं। नियमों के मुताबिक निगम इनके बिजली पानी काट सकता है, लेेकिन किराएदार व मकानमालिक के बीच में चल रहे विवाद के चलते निगम कार्रवाई नहीं कर सकता है।

हर बरसात में भवन घोषित होते हैं अनसेफ

नगर निगम शिमला हर बरसात से पहले भवनों को अनसेफ घोषित करता है। इस बार भी दो दर्जन लोगों ने अपने भवनों को अनसेफ घोषित करने के लिए आवेदन कर रखा है। निगम की कमेटी इन भवनों का निरीक्षण करने के बाद अब इन्हें अनसेफ घोषित करेगी। इसके लिए निगम प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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