ट्रंप और अमिताभ बच्चन के फर्जी ई-पास बनने पर बढ़ा विवाद, विपक्ष ने कहा- व्यवस्था ठीक नहीं, सरकार का पलटवार
Himachal Covid E Pass हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के लिए स्वत जारी होने वाले पास जब डोनाल्ड ट्रंप और अमिताभ बच्चन के निकले तो राजनीति भी शुरू हो गई। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा बिना जांच के ई-पास जारी होना कोताही है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Covid E Pass, हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के लिए स्वत: जारी होने वाले पास जब डोनाल्ड ट्रंप और अमिताभ बच्चन के निकले तो राजनीति भी शुरू हो गई। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि ट्रंप और अमिताभ के नाम पर ई-पास के लिए आवेदन हुआ और बिना जांच के ही जारी भी कर दिया है, जो कोताही है। सरकार को व्यवस्था सुधारनी चाहिए। उधर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सवाल किया कि यह कैसी व्यवस्था है जहां अमिताभ बच्चन और डोनाल्ड ट्रंप के नाम के पास बन रहे हैं। प्रदेश सरकार को सिस्टम में सुधार करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: हिमाचल में अमिताभ और ट्रंप के नाम का पास जारी होने के बाद बदला सॉफ्टवेयर, अब आसान नहीं एंट्री
लेकिन शहरी विकास एवं नगर नियोजन मंत्री सुरेश भारद्वाज और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय का कहना है कि राज्य सरकार ने कुछ शर्तों के साथ दूसरे राज्यों से आवाजाही की अनुमति दी है। ई-पास सुविधा के नाम पर किसी को गैर कानूनी कार्य नहीं करने दिया जाएगा। यह समय शरारत या राजनीति करने का नहीं है। हिमाचल में आवागमन करने वालों का उचित रिकॉर्ड रखा जा रहा है। इसके लिए राज्य सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने सॉफ्टवेयर तैयार किया है ताकि लोगों को कोविड ई-पास प्रदान किया जा सके।
मंत्रियों ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना महामारी के इस दौर में भी कुछ लोग छोटी हरकतें कर रहे हैं। यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के भी खिलाफ है। मंत्रियों ने आम लोगों से राज्य सरकार का पूर्ण सहयोग करने और प्रदेश के हित के लिए सही जानकारी प्रदान करने का आग्रह किया।
यह भी पढ़ें: Himachal Covid Cases Update: प्रदेश में एक्टिव केस 30 हजार के करीब पहुंचे, कांगड़ा में टूट रहे रिकॉर्ड
यह भी पढ़ें: Himachal Weather Update: आज छह जिलों में बारिश व आंधी का अलर्ट, तापमान में 10 डिग्री तक गिरावट
यह भी पढ़ें: हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू के दूसरे दिन एचआरटीसी की तीन सौ के करीब बसें ही दौड़ेंगी, सवारियां न होने पर फैसला