बहुतकनीकी शिक्षण संस्थानों के डिप्लोमाधारक हो जाएं तैयार, खुलेंगे रोजगार के द्वार

कोरोना संकट के बीच प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए खुशखबर है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए है। कैंपस प्लेंसमेंट के माध्यम से मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों को रोजगार मिलेगा।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:27 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:27 PM (IST)
बहुतकनीकी शिक्षण संस्थानों के डिप्लोमाधारक हो जाएं तैयार, खुलेंगे रोजगार के द्वार
बहुतकनीकी शिक्षण संस्थानों के डिप्लोमाधारकों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। जागरण

कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। कोरोना संकट के बीच प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए खुशखबर है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश के डिप्लोमा धारकों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए है। कैंपस प्लेंसमेंट के माध्यम से मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा धारकों को रोजगार मिलेगा। मैकेनिकल डिप्लोमाधारकों के लिए 800 से ज्यादा आवेदन बहुतकनीकी शिक्षण संस्थानों में पड़े हैं, परंतु प्रदेश के अधिकांश मैकेनिकल डिप्लोमाधारकों की प्लेसमेंट हो चुकी है या होने वाली है।

कांगड़ा बहुतकनीकी शिक्षण संस्थान के मैकेनिकल डिप्लोमा इंजीनियरिंग के हेड व प्लेसमेंट अधिकारी अरविंद कटोच ने कहा कि कैंपस प्लेसमेंट के क्षेत्र में प्रदेश का नाम काफी आगे पहुंच गया है। वर्तमान में देश के साथ मल्टीनेशनल कंपनियों ने प्रदेश में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की इतनी डिमांड निकाल दी है कि प्रदेश के बहुतकनीकी शिक्षण संस्थानों में मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की भारी कमी हो गई है।

वर्तमान में प्रदेश के 15 में से सात सरकारी बहुतकनीकी शिक्षक संस्थान सुंदरनगर, कांगड़ा, हमीरपुर, प्रगति नगर, बिलासपुर, पांवटा साहिब और किन्नौर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा 40 सीटों के साथ कार्यात्मक है और इन कालेजों में अन्य औद्योगिक कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आती हैं। पब्लिक सेक्टर इकाइयों जैसे एनटीपीसी, एनएचपीसी, बीएचईएल, बीडीएल, रेलवे इत्यादि में भी डिमांड रहती है। डिप्लोमाधारक इंडस्ट्री के अनेक सेक्टर जैसे फार्मास्यूटिकल, आटोमोबाइल, प्रोडक्शन, कंस्ट्रक्शन, फर्टिलाइजर,

टेलीकम्युनिकेशन इत्यादि सेक्टर में कंपनियों द्वारा भर्ती किए जाते हैं। अनेक पीएसयू, केंद्र और राज्य से संबंधित टेक्निकल नौकरियों एवं अग्रणी औद्योगिक कंपनियों जैसे टीवीएस मोटर्स, मारुति सुजुकी, अपोलो टायर्स, सोनालिका, एब्ट फार्मास्यूटिकल, मैनफोर्स, सिपला, अमूल, श्रीराम पिस्टन एंड रिंग्स, सुब्रोस

इत्यादि कंपनियां इन सरकारी पालिटेक्निक संस्थानों से मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों को नौकरी के लिए चयनित करती है।

पास होने वाले हरेक छात्र के पास होते है तीन व चार नौकरियों के आफर

मैकेनिकल ट्रेड की बढ़ती डिमांड के कारण से पास होने वाले प्रत्येक छात्नों के पास तीन से चार नौकरियों के प्रस्ताव हैं जिनमें से उन्हेंं अपनी पसंद की नौकरी चुन्न सकते हैं। देशी व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इन सात संस्थानों

के छात्रों के लिए कामन प्लेसमेंट ड्राइव संचालित करती है, जिसमें प्रत्येक योग्य छात्र को प्लेसमेंट के लिए उपयुक्त अवसर मिलता है। प्रत्येक योग्य छात्र इन कंपनियों में 1,50,000 से 3,50,000 रुपये वाॢषक सैलरी पैकेज प्राप्त करता है। कई बार कंपनियों को मैकेनिकल डिप्लोमा धारकों की रिक्तियों होने के बावजूद प्लेसमेंट ड्राइव से खाली हाथ लौटना पड़ता है क्योंकि इस शाखा में छात्रों की संख्या कम रहती है जबकि वर्तमान में इंडस्ट्री में रिक्तियां बहुत अधिक हैं और सरकारी बहुतकनीकी संस्थानों में इस शाखा से संबंधित नामांकित अध्ययनरत छात्रों की संख्या इंडस्ट्री की आवश्यकता से काफी कम है।

युवाओं को पास होते ही मिल रही नौकरी : रामलाल मार्कंडेय

प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मार्कंडेय का कहना है सरकार द्वारा शुरू की गई प्लेसमेंट का असर है कि प्रदेश के युवाओं को पास होते ही रोजगार मिल रहा है। सरकार ने कई कंपनियों से अनुबंध किया है जिससे

रोजगार के अवसर बढ़े है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे तो बहुतकनीकी संस्थान व सीट भी बढ़ेगी। बढ़ते रोजगार सरकार की नीति की सफलता को दर्शाती है।

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