हिमाचल के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी के धीरज ठाकुर ने पास की यूपीएससी परीक्षा, युवाओं को दिया प्रेरणात्‍मक संदेश

Dhiraj Thakur Pangi Clear UPSC हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी के युवा धीरज ठाकुर ने यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर नाम रोशन किया है। धीरज ठाकुर को 615वां रैंक मिला है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:12 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:44 AM (IST)
हिमाचल के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी के धीरज ठाकुर ने पास की यूपीएससी परीक्षा, युवाओं को दिया प्रेरणात्‍मक संदेश
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी के युवा धीरज ठाकुर ने यूपीएससी परीक्षा पास की है।

कुल्लू, दविंद्र ठाकुर। Dhiraj Thakur Pangi Clear UPSC, हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी के युवा धीरज ठाकुर ने यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर नाम रोशन किया है। धीरज ठाकुर को 615वां रैंक मिला है। धीरज परिवार के साथ 10 साल से कुल्लू के मौहल में रह रहे हैं। उनकी आठवीं तक की शिक्षा पांगी और नौवीं कक्षा में डीएवी मौहल कुल्लू में प्रवेश लिया था। इसके बाद एनआइटी हमीरपुर से बीटेक सिविल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद लगातार यूपीएससी की तैयारी में जुटे थे। पहली बार में प्री निकला और मेन में दिक्कत पेश आई। इसके बाद लगातार चार बार यूपीएससी की परीक्षा दी और अब परीक्षा पास की है।

27 वर्षीय धीरज ठाकुर का कहना है परिवार का सपना था कि एक सदस्य अच्छे पद पर हो। इसी सपने को लेकर उन्‍होंने पूरी लगन के साथ पढ़ाई की और सपना साकार किया है।

परिवार में ये सदस्य

धीरज ठाकुर ने बताया कि परिवार में पिता प्रेम ठाकुर जो मौजूदा समय में किलाड़ में रेजिडेंट कमिशनर कार्यालय में बतौर अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। माता वीना देवी गृहणी हैं और भाई विवेक ठाकुर है।

युवाओं को दिया यह संदेश

धीरज ठाकुर कहते हैं कि जब भी कोई कार्य करना हो तो असफल होने पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। चार बार प्रयास करने पर उन्‍हें सफलता मिली, यदि वह असफल होने पर हिम्‍मत हार जाते तो आज यह उपलब्धि हासि‍ल न कर पाते। दिल्ली से कोचिंग लेने के बाद हिम्मत से काम लिया और आज परीक्षा पास की है।

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