भारत पाकिस्‍तान टी-20 मुकाबले को लेकर धर्मशाला के क्रिकेट प्रेमियों में उत्‍साह, बोले- विदेश नीति का हिस्‍सा न बने खेल

India Pakistan Match टी-20 विश्वकप को रविवार को दुबई में हाई वोल्टेज मैच होगा। इस मैच को लेकर सभी में उत्साह है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह मुकाबला भारत व पाकिस्तान टीमों के बीच होगा। इस मैच को लेकर हर वर्ग में उत्साह है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 02:25 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 02:25 PM (IST)
भारत पाकिस्‍तान टी-20 मुकाबले को लेकर धर्मशाला के क्रिकेट प्रेमियों में उत्‍साह, बोले- विदेश नीति का हिस्‍सा न बने खेल
टी-20 विश्वकप को रविवार को दुबई में हाई वोल्टेज मैच होगा।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। India Pakistan Match, टी-20 विश्वकप को रविवार को दुबई में हाई वोल्टेज मैच होगा। इस मैच को लेकर सभी में उत्साह है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह मुकाबला भारत व पाकिस्तान टीमों के बीच होगा। इस मैच को लेकर हर वर्ग में उत्साह है। छुट्टी वाले दिन हो रहे मैच को लेकर हर वर्ग उत्साहित है और उन्होंने पहले से ही मैच देखने को लेकर रणनीति तय कर रखी है। क्रिकेट का इतिहास ही रहा है कि जब भी भारत व पाकिस्तान टीमों के बीच मैच होता है तो इसको लेकर सिर्फ भारत व पाकिस्तान की जनता एवं क्रिकेट प्रेमियों के बीच ही उत्साह नहीं होता, बल्कि अन्य देशों के लोग भी दोनों टीमों के मुकाबले को लेकर उत्साह दिखाते हैं।

इस हाई वोल्टेज मैच को लेकर खेल नगरी धर्मशाला के निवासी जतिंद्र सिंह, शेर सिंह, सतीश कुमार, अक्षय कुमार, तेज सिंह, अमर कुमार, तुषार शर्मा, राम सिंह, विपिन कुमार, दीपक भारद्वाज का कहना है कि आमतौर वे क्रिकेट के मैच तो देखते हैं। लेकिन इन दोनों टीमों के मैच को लेकर बड़ा इंतजार होता है। इसका कारण यह है कि दोनों टीमों के बीच मैच बहुत ही कम होते हैं। कई बार दोनों टीमों के मैच रद भी हो चुके हैं। कुछ समय पहले धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में प्रस्तावित मैच भी पठानकोट एयरबेस हमले के चलते रद करना पड़ा था, क्योंकि मैच को लेकर विरोध के स्वर बहुत अधिक उठने लगे थे।

वहीं हिमाचल प्रदेश के पूर्व क्रिकेटर, एचपीसीए चयन समिति सदस्य व एचपीसीए अपैक्स कमेटी सदस्य विशाल शर्मा का कहना है कि हमें पूर्ण विश्वास है कि दोनों ही टीमें क्रिकेट एवं खेल भावना से मैच खेलेंगी। उन्होंने कहा अक्सर देखने को यही आता है कि जब भी क्रिकेट मैच की बात आती है तो उस दौरान ही दोनों देशों के रिश्ते याद आते हैं और उन रिश्तों की बलि अक्सर क्रिकेट को चढ़ाया जाता है। इसलिए सरकारों को भी चाहिए कि दोनों देश अपनी विदेश नीति का हिस्सा क्रिकेट मात्र को न बनाएं। अन्य खेलें तो दोनों देशों के बीच सामान्य तौर पर ही होती हैं तो क्रिकेट क्यों नहीं।

chat bot
आपका साथी