धर्मशाला के होटिलियर्स में रार बरकरार, एक ने बंद रखे तो दूसरी एसोसिएशन ने खुले रखने का लिया निर्णय
Dharamshala Hoteliers दो धड़ों के बंटे धर्मशाला-मैक्लोडगंज होटल एसोसिएशन के बीच रार अभी भी बरकरार है। दोनों होटल एसोसिएशन अभी कोरोना काल में होटल बंद करने को लेकर एकमत नहीं हैं। होटल एसोसिएशन धर्मशाला ने चार दिन पूर्व 31 मई तक होटल बंद रखने का निर्णय लिया है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Dharamshala Hoteliers, दो सालों से दो धड़ों के बंटे धर्मशाला-मैक्लोडगंज होटल एसोसिएशन के बीच रार अभी भी बरकरार है। दोनों होटल एसोसिएशन अभी कोरोना काल में होटल बंद करने को लेकर एकमत नहीं हैं। होटल एसोसिएशन धर्मशाला ने चार दिन पूर्व 31 मई तक होटल बंद रखने का निर्णय लिया है। अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने अपने सदस्यों के साथ बैठक करके यह निर्णय लिया है। वहीं दूसरी ओर होटल एडं रेस्टोरेंट एसोसिएशन स्मार्ट सिटी धर्मशाला ने अपने होटल खुले रखने का निर्णय लिया है।
एसोसिएशन के महासचिव संजीव गांधी ने बताया कोरोना काल में होटल बंद करने का कोई औचित्य नहीं हैं। पहले ही होटल संचालकों पर कर्ज है। अगर सरकार कोई आर्थिक सहायता या राहत देने की बात करे तब तो होटल बंद करने के बारे में सोचा भी जा सकता है। वैसे ही होटल में ताले किसी ने भी नहीं लगाए हैं। देखरेख के लिए तीन चार कर्मचारी तैनात कर ही रखे हैं।
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वहीं सरकार की ओर से होटल संचालन के लिए जो नियम तय किए हैं, उसके हिसाब से संचालन किया जा सकता है। उन्होंने बताया पिछले कुछ समय से अन्य राज्यों से कुछेक लोग आ रहे हैं। यह लोग यहां लंबे समय से रह रहे हैं। यहीं से वर्क फ्राॅम होम करने आ रहे हैं। यहां की आवोहवा में रहना उन्हें अच्छा लग रहा है। ऐसे में कोविड रिपोर्ट लेकर आने वाले लोगों के थोड़ा बहुत कमाने का अवसर मिल रहा है तो होटल बंद करने का क्या औचित्य हैं। उन्होंने कहा कि उनकी एसोसिएशन में करीब 150 सदस्य हैं और सभी सदस्यों ने अपने होटल खुले रखने का निर्णय लिया है। नियमों के तहत होटलों का संचालन किया जा रहा है।
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