शिलान्‍यास के बावजूद जदरांगल में सीयू निर्माण न करने पर दस पंचायतों के प्रति‍निधि लामबंद, बनाई रणनीति

CUHP Campus केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के जदरांगल में प्रस्तावित परिसर की स्थापना राजनीति की चक्की में पिस कर रह गई है। जिससे यहां के लोग ही नहीं बल्कि पूरे धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लोग भी मुखर होने लगे हैं। इसे प्रशासनिक लापरवाही कहा जाए या फिर नेताओं की खींचतान।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 09:17 AM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 09:17 AM (IST)
शिलान्‍यास के बावजूद जदरांगल में सीयू निर्माण न करने पर दस पंचायतों के प्रति‍निधि लामबंद, बनाई रणनीति
केंद्रीय विश्वविद्यालय का जदरांगल में किया गया शिलान्‍यास।

योल, सुरेश कौशल। CUHP Campus, केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के जदरांगल में प्रस्तावित परिसर की स्थापना राजनीति की चक्की में पिस कर रह गई है। जिससे यहां के लोग ही नहीं बल्कि पूरे धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लोग भी मुखर होने लगे हैं। इसे प्रशासनिक लापरवाही कहा जाए या फिर नेताओं की खींचतान। अब यहां जियालोजिकल रिपोर्ट की हवाला देकर कहीं दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की तैयारी है। इस पर दस पंचायतों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया है। सभी पंचायतों ने एक संयुक्त प्रस्ताव पारित कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजने की तैयारी की है‌। इसमें करीब बीस हजार लोगों के हस्ताक्षर होंगे।

पीएम मोदी से मांग रखी है कि यदि 26 हेक्टेयर गैर वन भूमि केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम हस्तांतरित कर दी है, फिर बाद में फैसला क्यों बदला गया, इस सवाल का जवाब जनता को देना होगा। 2010 के दौरान जिला कांगड़ा में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने की घोषणा की गई थी। इसके बाद विश्वविद्यालय का संचालन‌ धर्मशाला में अस्थायी तौर पर आरंभ किया गया। जिसके तहत तीस प्रतिशत परिसर जदरांगल में संचालित करने का निर्णय हुआ। लेकिन अब जबकि 512 करोड़ रुपये केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए जारी हो चुके हैं और यह खबरें आ रही हैं कि अब केंद्रीय विवि का निर्माण देहरा में ही होगा, कहां तक उचित है‌।

ये बोले जनप्रतिनिधि व अन्य लोग

समाजसेवी राकेश चौधरी व पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा वर्ष 2019 के दौरान तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने एक ही दिन में भूमि पूजन और शिलान्यास कर जदरांगल में परिसर का रास्ता साफ किया फिर यह अड़चन कैसे पैदा हो गई। इसमें हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को हस्तक्षेप करना चाहिए। पद्धर पंचायत प्रधान इंदू देवी ने कहा धर्मशाला विधानसभासभा क्षेत्र की करीब दस पंचायतें जदरांगल में ही सीयू कैंपस स्थापित करने के लिए आगे आ गई हैं। यदि धर्मशाला में बड़े-बड़े भवन‌ वन रहे हैं तो यहां क्या परेशानी है‌।

कंड करिडयाना पंचायत प्रधान सरिता देवी ने कहा हमने सभी पंचायतों में संयुक्त हस्ताक्षर अभियान छेड़कर प्रधानमंत्री के समक्ष यह मांग रखी है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर यहां के लोगों को न्याय दिलाएं। टंग नरवाणा पंचायत प्रधान संतोष कुमार ने कहा जदरांगल में प्रस्तावित सीयू की योजना राजनीति षड़यंत्र की शिकार हो कर रह गई है, ‌‌‌जो धर्मशाला की जनता के साथ सरासर धोखा है‌।

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