पंचेन लामा की रिहाई के लिए चीन पर बनाएं दबाव

जागरण संवाददाता धर्मशाला 11वें पंचेन लामा की रिहाई के लिए निर्वासित तिब्बत संसद ने अंतरराष्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 03:41 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 03:41 AM (IST)
पंचेन लामा की रिहाई के लिए चीन पर बनाएं दबाव
पंचेन लामा की रिहाई के लिए चीन पर बनाएं दबाव

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : 11वें पंचेन लामा की रिहाई के लिए निर्वासित तिब्बत संसद ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से चीन सरकार पर दबाव बनाने की मांग उठाई है। 11वें पंचेन लामा गेधून छियोकी नियमा तिब्बतियों के धर्मगुरु हैं। वह सबसे कम उम्र के राजनीतिक बंदी हैं। छह वर्ष की उम्र में उन्हें दलाईलामा ने 11वें पंचेन लामा के तौर पहचान दी थी।

25 अप्रैल, 1989 में उनका जन्म हुआ था। छह वर्ष की आयु में दलाई लामा ने 14 मई, 1995 को उन्हें 11वें पंचेन लामा के रूप में मान्यता प्रदान की थी। इसके तीन दिन बाद ही 17 मई, 1995 को उनका अपहरण चीन सरकार ने स्वजन समेत कर लिया था। 26 वर्ष बीतने के बाद भी उनके बारे में आजतक किसी को कोई जानकारी नहीं है। निर्वासित तिब्बत सरकार समय-समय पर चीन सरकार से उनकी रिहाई या फिर उनके सकुशल होने के लिए आवाज उठाती रही है। हैरानी की बात यह है कि आजतक चीन सरकार ने कोई जानकारी नहीं दी है।

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क्या है पंचेन लामा और दलाई लामा

पंचेन लामा भी तिब्बतियों के धर्मगुरुहैं और इनकी पहचान दलाई लामा की ओर से की जाती है। बौद्ध धर्म में पंचेन लामा अवतार की भूमिका अहम भूमिका है। पंचेन लामा का शाब्दिक अर्थ पंडित अर्थात महान विद्वान है। बौद्ध धर्म में पंचेन लामा को दूसरा बड़ा धर्मगुरु माना गया है। पंचेन लामा के अवतार का सूत्रपात भी पांचवें दलाई लामा ने अपने कार्यकाल के दौरान किया था। पांचवें दलाई लामा ने अपने गुरु को इस उपाधि से अलंकृत कर ताशीहुंपो बौद्ध मठ का स्वामित्व सौंपा था। इसके बाद से पंचेन लामा के अवतार की नई परंपरा शुरू हुई थी। दलाई लामा के अवतार में पंचेन लामा व पंचेन लामा के अवतार में दलाई लामा की भूमिका ही प्रमुख रहती है। दोनों की भूमिका गुरु और चेले के रूप में बदलती रहती है। यही वजह है कि जैसे ही दलाई लामा ने पंचेन लामा को मान्यता प्रदान की तो चीन ने गेधून को स्वजनों समेत गायब कर दिया। दूसरी ओर चीन ने ग्यालसन नोरबू को पंचेन लामा के रूप में मान्यता प्रदान की है, जिससे कि भविष्य में जब भी नए दलाई लामा को मान्यता का सवाल आए तो वह पसंद का दलाई लामा तिब्बतियों पर थोप सके।

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चीन सरकार बताए कि पंचेन लामा कहां पर और किस स्थिति में हैं। उनके अपहरण को 26 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी तक चीन ने कोई जानकारी नहीं दी है। एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह मांग है कि उनके बारे में कोई भी जानकारी देने के लिए चीन सरकार पर दबाव बनाए।

-आचार्य यशी, उपसभापति निर्वासित तिब्बत संसद।

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