चार साल बीत जाने पर भी देहरा कॉलेज को नहीं मिला अपना भवन और पूरा स्‍टाफ

राजकीय महाविद्यालय देहरा स्थापना के चार साल बीत जाने के बाद भी उधारी के भवन में चल रहा है। कॉलेज के लिए जमीन तो अलाट हो चुकी है लेेकिन विभिन्न विभागों की औपचारिकताएं पूरी न होने की वजह से इसकी इमारत का काम शुरू नहीं हो पाया है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 12:22 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 12:22 PM (IST)
चार साल बीत जाने पर भी देहरा कॉलेज को नहीं  मिला अपना भवन और पूरा स्‍टाफ
राजकीय महाविद्यालय देहरा स्थापना के चार साल बीत जाने के बाद भी उधारी के भवन में चल रहा है।

देहरा, संवाद सहयोगी। राजकीय महाविद्यालय देहरा स्थापना के चार साल बीत जाने के बाद भी उधारी के भवन में चल रहा है। कॉलेज के लिए जमीन तो अलाट हो चुकी है, लेेकिन विभिन्न विभागों की औपचारिकताएं पूरी न होने की वजह से इसकी इमारत का काम शुरू नहीं हो पाया है। इस समय कालेज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला देहरा के परिसर में अस्थायी रूप से चल रहा है।

उपमंडल मुख्यालय में इस कालेज की घोषणा 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की थी। इसके बाद लड़कों के सीनियर सेकेंडरी के तीन कमरों में कॉलेज का संचालन शुरू कर दिया गया। मौजूदा समय में कॉलेज में 215 विद्यार्थी हैं। अब कक्षाओं, पुस्तकालय और कार्यालय आदि का संचालन स्कूल के छह कमरों में होता है। कॉलेज के भवन के लिए देहरा-बनखंडी रोड पर भूमि चिन्हित की गई है। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी भवन निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।

कॉलेज में हिंदी और राजनीतिक शास्त्र के प्रवक्ता का एक-एक पद स्वीकृत है, लेकिन फिलहाल यह दोनों पद खाली हैं। कामर्स डिपार्टमेंट में भी स्वीकृत दो पदों में से एक खाली है। जबकि अंग्रेजी, अर्थशास्त्र और इतिहास के लिए स्वीकृत पदों जितने शिक्षक हैं। यहां देहरा के साथ ही सुनहेत, बनखंडी, मूहल, हार, नौशहरा, पाइसा, धवाला, बाड़ी, बौंगता, कथोग आदि तक के छात्र शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं।

यह बोले प्राचार्य डा. बलवंत सिंह ठाकुर

कॉलेज में स्टाफ आदि की नियुक्ति को लेकर विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा है। पुस्तकालय में आधारभूत सुविधाओं, पुस्तकों और कंप्यूटर आदि के लिए फंड जारी हो चुका है। भवन निर्माण के लिए भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है जल्द ही यह काम शुरू हो जाएगा।

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