रोजाना 150 लोगों को मुफ्त योग सीखा कर स्वस्थ बना रहीं दीपिका, चार साल पहले जीता था गोल्ड मेडल
Solan Yoga Teacher Deepika कोरोना काल में योग का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। ओच्छघाट की रहने वाली दीपिका ठाकुर एक वर्ष से लोगों को ऑनलाइन मुफ्त में योग सीखा रही हैं। अब तक कई कोरोना मरीज भी उनसे योग सीखने के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं।
सोलन, भूपेंद्र ठाकुर। Solan Yoga Teacher Deepika, कोरोना काल में योग का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। ओच्छघाट की रहने वाली दीपिका ठाकुर एक वर्ष से लोगों को ऑनलाइन मुफ्त में योग सीखा रही हैं। अब तक कई कोरोना मरीज भी उनसे योग सीखने के बाद स्वस्थ्य हो चुके हैं। दीपिका की योग क्लास में डाक्टर भी उनसे योग सीख रहे हैं। वर्ष 2016 में दीपिका ठाकुर ने राष्ट्रीय स्तर पर योगा प्रतियोगिता में हिमाचल के लिए गोल्ड मेडल जीता है। योगा को उन्होंने अपने जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनाया गया है। दीपिका का कहना है कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में योगा बेहद जरूरी है। योगा हमें कंई जानलेवा बीमारियों से बचाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में जब उन्होंने योगा शुरू किया था तो बहुत से लोग उन्हें योगा करते देखकर हंसते थे। आज वहीं जब कोरोना के रूप में मौत नजर आने लगी तो योगा का महत्व सभी को समझ आया।
दीपिका का कहना है कि कोरोना संक्रमण सबसे अधिक हमारे फेफड़ों व श्वास लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। इसलिए ऐसे हालात में प्राणायाम सबसे अधिक लाभदायक है। मंडूक आसन, नाड़ी शोधन,अनलोम-विलोम, लंबी गहरी सांस व ओम का उच्चारण हमारे फेफड़ों व श्वास लेने की प्रक्रिया को मजबूत करता है। कोरोना संक्रमित मरीजों को इस प्रकार का योग बेहद लाभदायक साबित हो सकता है। दीपिका वर्तमान में प्रतिदिन 150 लोगों को ऑनलाईन योगा सीखा रही है।
इसके आलावा वह आयुष विभाग के साथ भी योग पर काम कर रही हैं। दीपिका का कहना है कि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका नर्वदा सूद का उन्हें योगा सीखाने में सबसे बड़ा योगदान है। उनके द्वारा उनके द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के बाद आज वह स्वयं भी योगा करके स्वस्थ हैं और अन्य लोगों को भी योग करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।