बड़घवार में बेटी ने पिता को दी मुखाग्नि

संवाद सहयोगी भवारना बेटा ही कुल का दीपक होता है और बेटे के बिना चिता को मुखाग्नि कौ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 04:00 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 04:00 AM (IST)
बड़घवार में बेटी ने पिता को दी मुखाग्नि
बड़घवार में बेटी ने पिता को दी मुखाग्नि

संवाद सहयोगी, भवारना : बेटा ही कुल का दीपक होता है और बेटे के बिना चिता को मुखाग्नि कौन देगा, ये बातें अब बीते जमानें की हो चुकी हैं। ग्राम पंचायत बड़घवार में शनिवार को एक बेटी ने पिता को मुखाग्नि देकर मिसाल कायम की है।

पंचायत के तहत वार्ड छह के निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक देसराज सूद काफी समय से बीमार थे। शुक्रवार देर रात उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इससे पहले कि स्वजन उन्हें किसी अस्पताल में ले जाकर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाते, उन्होंने घर में ही अंतिम सांस ली। देसराज सूद की पत्नी निर्मला देवी भी शिक्षक ही सेवानिवृत्त हुई हैं। उनकी बेटी शालिनी सूद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला राजपुर में बतौर प्रवक्ता कार्यरत हैं। देसराज सूद के बेटे शैलेंद्र सूद की कुछ वर्ष पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। परिवार में उनकी पत्नी के अलावा बहू व पोती है। पिता से अधिक लगाव होने के कारण शालिनी सूद ने चिता को मुखाग्नि देने की इच्छा पारिवारिक सदस्यों से जताई। सबकी सहमति से उन्होंने शनिवार को पिता की चिता को मुखाग्नि दी। साथ ही अंतिम संस्कार की रस्में भी पूरी कीं। देसराज सूद की अंतिम यात्रा में पंचायत बड़घवार के ब्लॉक समिति सदस्त सोनी गुप्ता, मदर टैरेसा संस्था की अध्यक्ष बबली शर्मा सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।

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