हिमाचल के राशन डिपो में डाटा प्रयोग का बोझ जनता पर, 18 लाख राशनकार्ड धारकों से वसूले जा रहे पैसे
Himachal Ration Depot हिमाचल के 18 लाख 90 हजार राशनकार्ड धारकों से डाटा प्रयोग के 25 पैसे अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। प्रदेश में हर माह करीब साढ़े चार लाख रुपये से अधिक का पैसा इक्ट्ठा हो रहा है। दो माह से ऐसा हो रहा है।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। Himachal Ration Depot, हिमाचल के 18 लाख, 90 हजार राशनकार्ड धारकों से डाटा प्रयोग के 25 पैसे अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। प्रदेश में हर माह करीब साढ़े चार लाख रुपये से अधिक का पैसा इक्ट्ठा हो रहा है। दो माह से ऐसा हो रहा है। राशन डिपो में राशन देने के दौरान पास मशीन पर अंगूठा लगवाया जाता है। इसमें आधार कार्ड का डाटा इस्तेमाल हो रहा है। राशन डिपो से सस्ता राशन लेने के लिए आधार प्रमाणीकरण की फीस के केंद्र सरकार के प्राधिकरण यूआइडीआइ यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को आठ पैसे प्रति ट्रांजेक्शन दिए जा रहे हैं। पहले यह राशि प्रदेश सरकार का खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग चुका रहा था।
अब इस राशि को चुकता करने के लिए खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग राशनकार्ड धारकों से प्रति ट्रांजेक्शन 25 पैसे वसूल रहा है। हालांकि, यूआइडीआइ प्रति ट्रांजेक्शन आठ पैसे ले रहा है। ऐसे में राशनकार्ड धारकों से तीन गुणा से ज्यादा राशि वसूली जा रही है।
आधार प्रमाणीकरण के लिए जितनी बार राशन डिपो में व्यक्ति राशन लेता है 25 पैसे उतनी बार काटे जाते हैं। रसीद में बाकायदा यह दर्शाया भी जा रहा है, जिसमें बायोमीट्रिक उपयोग की राशि दर्शाई जा रही है। व्यक्ति डिपो में पूरा राशन उपलब्ध न होने की स्थिति में राशन दो बार और कई बार तीन बार भी लेने जाता है।
एक माह में एक बार के 4,72,500 रुपये हो रहे एकत्रित
कहने को तो राशनकार्ड धारकों से केवल 25 पैसे वसूले जा रहे हैं, जबकि प्रदेश में 18.90 लाख राशनकार्ड धारकों से इस आधार पर हर माह 4,72,500 रुपये वसूले जा रहे हैं। जबकि दो बार भी राशन लेने के लिए आधार प्रमाणीकरण होता है तो ये राशि उतनी बढ़ जाती है।
क्या कहते हैं अधिकारी अतिरिक्त निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग राजीव शर्मा का कहना है भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण आधार प्रमाणीकरण के आठ पैसे प्रति प्रमाणीकरण ले रहा है। पहले इसका खर्च विभाग ही कर रहा था। इसमें आधार प्रमाणीकरण मैसेज की फीस भी शामिल है। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक केसी चमन का कहना है उपभोक्ताओं से आधार प्रमाणीकरण को लेकर 25 पैसे लिए जा रहे हैं। यह राशि यूआइडीआइ को आधार प्रमाणीकरण की एवज में देनी पड़ती है। चाहे यह सफल होता है या विफल, दो से तीन बार भी प्रति राशनकार्ड होता है तो उतनी बार आठ पैसे देेने पड़ते हैं।