बंगाल में सुगंधित फसलों को मिलेगा बढ़ावा
संवाद सहयोगी पालमपुर सीएसआइआर आइएचबीटी पालमपुर ने पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग की सुगंधित फ
संवाद सहयोगी, पालमपुर : सीएसआइआर आइएचबीटी पालमपुर ने पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग की सुगंधित फसलों को बढ़ावा देने के लिए चयनित किया है। कलिम्पोंग 1250 मीटर की ऊंचाई पर उत्तरपूर्वी पहाड़ी पर स्थित शहर हे। यहां के मौसम को देखते हुए सीएसआइआर-आइएचबीटी ने इस क्षेत्र को सुगंधित फसलों और फूलों की खेती के लिए चयनित किया है। मणि ट्रस्ट जिला कलिम्पोंग पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष सुभाष मणि सिंह ने इन फसलों में रुचि दिखाई है और सीएसआआर-आइएचबीटी ने उच्च मूल्य वाली सुगंधित फसलों को बढ़ावा देने के लिए ट्रस्ट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
सीएसआइआर-आइएचबीटी के निदेशक डा. संजय कुमार के मुताबिक सीएसआइआर ने 2017 व 2020 के दौरान अरोमा व फ्लोरीकल्चर मिशन की शुरुआत की थी। मिशन के मुख्य उदेश्य किसान समुदाय और ग्रामीण जनता के लिए सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान और रोजगार सृजन के साथ-साथ सुगंधित तथा फूलों की फसलों को बढ़ावा देना है। सुगंधित पौधों के मूल्यवर्धन के लिए प्रसंस्करण इकाई अपरिहार्य है और कलिम्पोंग में इस सुविधा की स्थापना से स्थानीय किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि सीएसआइआर-आइएचबीटी दशकों से हिमालयी संसाधनों पर काम कर रहा है और क्षेत्र में नवाचार लाकर किसानों के सामाजिक.आर्थिक उत्थान पर भी ध्यान केंद्रित किया है। सीएसआइआर ने 2017 में अरोमा मिशन शुरू किया है और मार्च 2020 तक अरोमा मिशन चरण के तहत 550 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया है। आइएचबीटी में अरोमा मिशन के सह नोडल एवं वरिष्ठ प्रधान विज्ञानिक डा. राकेश कुमार ने बताया कि प्राकृतिक और जैविक उत्पादों के प्रति उपभोक्ताओं का झुकाव बढ़ रहा है। जिसके कारण सौंदर्य प्रसाधन, भोजन और पेय पदार्थों में आवश्यक तेलों का उपयोग बढ़ गया है। कलिम्पोंग क्षेत्र उच्च मूल्य वाली सुगंधित फसलों जैसे कि गुलाब, मुशकबाला, पुदीना, जंगली गेंदा, सुगंधित गेरियम, लेमनग्रास और कैमोमाइल की खेती के लिए उपयुक्त है। संस्थान सुगंधित पौधों के प्रसंस्करण के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री, क्षमता निर्माण, मूल्यवर्धन प्रदान करके किसानों की मदद करेगा और बाजार संपर्क स्थापित करने में मदद करेगा।
सुभाष मणि सिंह अध्यक्ष मणि ट्रस्ट ने बताया कि यह साझेदारी उन्हें कलिम्पोंग क्षेत्र में सुगंधित और फूलों की खेती में अग्रणी सीएसआइआर संस्थान के सहयोग से काम करने और क्षेत्रीय किसानों को अधिकतम लाभ प्रदान करने में सहयोग देगी।