ढालपुर में सीपीएम ने किया चक्का जाम, केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर किया विरोध

कुल्लू में सीपीएम ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया औ चक्का जाम किया। सीटू नेता व कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय से रैली के रूप में ढालपुर चौक पहुंचे और चौक पहुंचते ही वे सड़क पर धरने पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया गया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:00 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 04:00 PM (IST)
ढालपुर में सीपीएम ने किया चक्का जाम, केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर किया विरोध
जिला मुख्यालय कुल्लू में सीपीएम ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया ।

कुल्लू , संवाद सहयोगी। जिला मुख्यालय कुल्लू में सीपीएम ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और करीब आधा घंटा तक चक्का जाम किया। सीटू नेता व कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय से रैली के रूप में ढालपुर चौक पहुंचे और चौक पहुंचते ही वे सड़क पर धरने पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया गया। इस दौरान सीपीएम नेताओं होतम सौंखला, प्रेम गौतम, राजेश ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।

इस मौके पर उपरोक्त वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार जन विरोधी नीतियों को लागू करने में लगी हुई है जिससे आम जनता को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि बिल लाए हैं जो पूरी तरह से किसानों के हित में नहीं है और उल्टा किसानों को इन बिल के लागू होने से नुकसान होगा लिहाजा ऐसे बिल को लागू नहीं होने दिया जाएगा उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि तीनों कृषि बिल को तुरंत रद्द किया जाए ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके।

इस मौके पर सीपीएम द्वारा किए गए चक्का जाम से मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और पुलिस और प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही को ढालपुर रथ मैदान होते हुए डायवर्ट किया जिस कारण हालांकि वाहनों की आवाजाही में किसी तरह की ज्यादा परेशानी नहीं हुई परंतु मुख्य मार्ग से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहे। चक्का जाम होने के बाद कुल्लू थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और इसके अलावा एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला भी स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन सीटू का प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहा और निर्धारित समय के बाद सीटू नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वयं ही इस प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।  इस दौरान सिटू नेताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर कृषि बिलों को वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में आंदोलन और तेज होगा उन्होंने यह भी कहा है कि देशभर में किसान इन बिलों को लेकर प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं इस लिहाज से केंद्र सरकार को किसान बिल वापस लेना चाहिए।

chat bot
आपका साथी