खाली होने लगे कोविड अस्पताल, सामान्य स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल, जानिए जिला कांगड़ा के हाल

Kangra Covid Hospitalमहामारी को लेकर पिछले एक माह तक जिला कांगड़ा में भय का माहौल था लेकिन अब राहत मिलने लगी है। जनता के सहयोग से अब जिले में कोरोना संक्रमण का प्रभाव काफी हद तक कम हो रहा है और स्वस्थ होने वालों की दर रोजाना बढ़ रही है।

By Edited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:07 AM (IST)
खाली होने लगे कोविड अस्पताल, सामान्य स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल, जानिए जिला कांगड़ा के हाल
महामारी को लेकर पिछले एक माह तक जिला कांगड़ा में भय का माहौल था लेकिन अब राहत मिलने लगी है।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी को लेकर पिछले एक माह तक जिला कांगड़ा में भय का माहौल था लेकिन अब राहत मिलने लगी है। जनता के सहयोग से अब जिले में कोरोना संक्रमण का प्रभाव काफी हद तक कम हो रहा है और स्वस्थ होने वालों की दर रोजाना बढ़ रही है। अब स्थिति यह हो गई है कि कोरोना के निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए कोविड अस्पताल व मेक शिफ्ट अस्पताल खाली होने लगे हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में सामान्य स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल कर दी हैं। अस्पतालों में बारी-बारी सभी ओपीडी शुरू की जा रही हैं। अब कोरोना संक्रमण के मामले 100 से भी कम आ रहे हैं।

हफ्ते में आधी रह गई संक्रमण दर

दो सप्ताह पूर्व की बात करें तो 30 मई से पांच जून तक जिले में 1434 नए केस आए हैं, जबकि 3537 स्वस्थ भी हुए हैं। एक सप्ताह में जिले में 66 कोरोना संक्रमितों ने दम भी तोड़ दिया था। इसके विपरीत छह से 13 जून तक जिले में 817 नए केस आए हैं, जबकि 2097 स्वस्थ भी हुए हैं।

जोनल अस्पताल धर्मशाला में पांच ओपीडी शुरू

दो माह से भी अधिक समय के बाद क्षेत्रीय चिकित्सालय धर्मशाला में पांच ओपीडी शुरू हो गई हैं। हर रोज 250-300 लोग स्वास्थ्य की जांच करवा रहे हैं। सोमवार को अस्पताल की ओपीडी 300 से अधिक रही। मेडिसिन ओपीडी करीब 80-90 तक रही। महिला व गायनी की ओपीडी 75-80 रही। नेत्र रोग की करीब 40, बाल रोग की ओपीडी 30 तक रही है। मंगलवार को करीब 250 लोग पहुंचे। इनमें पुरुष व महिला सामान्य रोग के 130 मरीज थे। इसके अलावा नेत्र रोग की करीब 50 व बाल रोग की ओपीडी 40 तक रही।

कोविड अस्पतालों में मरीजों का आंकड़ा

175 बिस्तर की क्षमता वाले कोविड अस्पताल धर्मशाला में मई तक मरीजों को रखने के लिए जगह नहीं थी। अब यहां मरीजों की संख्या करीब 20 तक रह गई है। इसके अलावा मेक शिफ्ट अस्पताल परौर में सोमवार सुबह तक सात मरीज थे, जिनमें तीन को छुट्टी के बाद अब चार ही रह गए हैं। इसी तरह 108 मरीजों की क्षमता वाले टांडा अस्पताल में भी 20 से 30 मरीज ही शेष रहे गए हैं।

मरीजों को दिया जाता है देसी घी में बना खाना

राधास्वामी सत्संग भवन परौर में बनाए गए 250 बिस्तरों वाले मेक शिफ्ट अस्पताल में सत्संग प्रशासन की ओर से मरीजों को तीन समय देसी घी में बनाया गया खाना दिया जाता है। इसके अलावा मरीजों के मनोरंजन के लिए जिला प्रशासन की ओर से 18 एलईडी टीवी भी लगाए गए हैं। मेक शिफ्ट अस्पताल की देखरेख बीएमओ थुरल केएल कपूर कर रहे हैं।

स्थिति सामान्‍य हुई : एमएस

धर्मशाला अस्‍पताल के एमएस डॉक्‍टर राजेश गुलेरी का कहना है कोरोना ड्यूटी के चलते डाक्टरों की कमी हुई थी और इस कारण ही जोनल अस्पताल में ओपीडी बंद थी। अब स्थिति सामान्य हुई है पांच ओपीडी शुरू की है। पहले दिन 300 से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य की जांच करवाई है। जैसे ही बाकी डाक्टर कोरोना ड्यूटी से लौटेंगे तो बाकी ओपीडी भी शुरू कर दी जाएंगी।

जनसहयोग के बिना विभाग के प्रयास नाकाफी : सीएमओ

सीएमओ कांगड़ा डाक्‍टर गुरदर्शन का कहना है कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए प्रशासन की ओर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों से अपील है कि कोरोना के नियमों का पालन करें। जनसहयोग के बिना प्रशासन व विभाग के प्रयासों के परिणाम नहीं आ सकते हैं। अब स्थितियां सामान्य होने लगी हैं तो इसके लिए लोग बधाई के पात्र हैं।

chat bot
आपका साथी