आर्मी कोर के अलावा कांगड़ा के चार स्वास्थ्य संस्थानों में भेजी कोवाशील वैक्सीन

शिमला से आज सुबह धर्मशाला पहुंची कोवाशील वैक्सीन की 8600 डोज में से पहले चरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टांडा सिविल अस्पताल पालमपुर ज्वालामुखी व शाहपुर के लिए भेज दी है। जिला कांगड़ा में हमारे 13 हजार 703 स्वास्थ्य कर्मी हैं।

By Richa RanaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:29 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:29 AM (IST)
आर्मी कोर के अलावा कांगड़ा के चार स्वास्थ्य संस्थानों में भेजी कोवाशील वैक्सीन
डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि पहले चरण के लिए 400 वैक्सीन विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में भेजी गईं हैं।

धर्मशाला, जेएनएन। शिमला से आज सुबह धर्मशाला पहुंची कोवाशील वैक्सीन की 8600 डोज में से पहले चरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टांडा, सिविल अस्पताल पालमपुर, ज्वालामुखी व शाहपुर के लिए भेज दी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि पहले चरण के लिए 400 वैक्सीन विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में भेजी गईं हैं। इसके अलावा शिमला से 800 वैक्सीन आर्मी कोर से लिए आई हैं। जिला कांगड़ा में हमारे 13 हजार 703 स्वास्थ्य कर्मी हैं।

शनिवार को चारों संस्थानों में 100-100 स्वास्थ्य कर्मियों को कोवाशील वैक्सीन की डोज लगाई जाएगी। वैक्सीनेशन के लिए विभाग ने 16 जनवरी से दो फरवरी तक 42 सत्र तय किए हैं। इन सत्रों के दौरान अधिकतर स्वास्थ्य कर्मियों को कोवाशील वैक्सीन की डोज दी जाएगी।

इसके साथ ही उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि जिन लोगों को ये डोज लगेगी वे ये न सोचें की पहली डोज के बाद वे स्वस्थ हो जाएंगे। 28 दिनों के बाद दूसरी डोज लगेगी। दूसरी डोज के 12 दिनों के बाद इसके परिणाम आएंगे।

सीधे शब्दों में कहें तो पहली डोज के 42 दिनों के बाद आप सोच सकते हैं कि आप सुरक्षित हैं, लेकिन इसके लिए नियमों की पालना करना अनिवार्य होगा।

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