कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैर भी जरूरी, इस तरह बढ़ा सकते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता; पढ़ें खबर

Strong Immunity आइजीएमसी के कार्डियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. राजीव का कहना है कि कोरोना के खतरे के बीच हृदय रोगियों को स्वयं का बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आती है तब तक रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर बचाव करना होगा।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 04:40 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 09:09 AM (IST)
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैर भी जरूरी, इस तरह बढ़ा सकते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता; पढ़ें खबर
कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए सैर जरूरी है।

शिमला, जेएनएन। आइजीएमसी के कार्डियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. राजीव का कहना है कि कोरोना के खतरे के बीच हृदय रोगियों को स्वयं का बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आती है तब तक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर बचाव करना होगा। घर से बाहर न निकलना हृदय रोगियों के लिए सबसे बड़ा बचाव है। साथ ही डॉक्टर की सलाह पर दी गई दवाओं के सेवन और रोग प्रतिरोधक क्षमता से भी शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने बताया रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण शरीर खुद कर लेता है।

शरीर को स्वस्‍थ बनाए रखने के लिए सैर जरूर करनी चाहिए। इससे बीपी, शुगर और केलेस्ट्रॉल लेवल संतुलित रहता है जोकि हृदय रोगों को बढ़ाते हैं। कोरोना के दौर के बीच लोगों ने सैर करना कम कर दिया है। घर पर बैठे रहने से मोटापा बढऩे की आशंका रहती है जोकि शरीर में विभिन्न समस्याओं को जन्म देता है। घर पर हैं तो सारे दिन बैठे न रहें, सुबह शाम कम से कम एक-घंटे की सैर और व्यायाम करने चाहिए। भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।

खानपान का रखें विशेष ख्याल

प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड से जितना हो सके, बचना चाहिए। अत्याधिक तेल युक्त भोजन से बचें। ऐसा फूड हृदय संबंधी बीमारियों का कारण है। ऐसी चीजें जिनमें प्रिजर्वेटिव्स मिले हों, उनसे भी बचना चाहिए। विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करें। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। हरी सब्जियां भरपूर मात्रा में खाएं। घर पर बना संतुलित आहार ही खाएं।

फोन पर लें परामर्श

स्वास्थ्य विभाग व आइजीएमसी प्रशासन की ओर से मरीजों की सुविधा के लिए ऑनलाइन ई-ओपीडी की सुविधा दी जा ही है। मरीजों को चाहिए की हल्की समस्या के चलते अस्पताल न आएं। डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श लें। अस्पताल में बढ़ती भीड़ से संक्रमण फैलने का डर बढ़ गया है। पर्ची रिपीट करवाने या बिल साइन करवाने के लिए मरीज स्वयं न आए ब्लकि घर से अन्य स्वस्थ व्यक्ति को अस्पताल भेजें।

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