हिमाचल में पांच महीने से बिना वेतन कोरोना संक्रमण की जांच कर रहे कर्मचारी, पढ़ें पूरा मामला

Corona Warrior Employees कोरोना जांच के लिए प्रोजेक्ट के तहत रखे कर्मचारियों को बीते पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इस संबंध में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) से फंड जारी होता है और फंड नहीं आने के कारण वेतन रुका है

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 08:39 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 08:39 AM (IST)
हिमाचल में पांच महीने से बिना वेतन कोरोना संक्रमण की जांच कर रहे कर्मचारी, पढ़ें पूरा मामला
कोरोना जांच के लिए प्रोजेक्ट के तहत रखे कर्मचारियों को बीते पांच माह से वेतन नहीं मिला है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। कोरोना जांच के लिए प्रोजेक्ट के तहत रखे कर्मचारियों को बीते पांच माह से वेतन नहीं मिला है। इस संबंध में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) से फंड जारी होता है और फंड नहीं आने के कारण वेतन रुका है, जबकि कोरोना काल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के तहत सेवाएं प्रदान कर रहे कर्मचारियों को अब घर चलाने की मुश्किल हो गई है। ऐसे में जबकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में सरकार ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करवाने पर जोर दे रही है, वहीं पांच माह से वेतन न मिलने के कारण घर को कैसे चलाएं ये सबसे बड़ी दिक्कत हो गई है।

प्रोजेक्ट के तहत कोरोना जांच के कार्य में लगे कर्मचारियों के वेतन के लिए डेढ़ माह पूर्व ही उपयोग प्रमाणपत्र भी दिए हैं। इसके बावजूद अभी तक प्रोजेक्ट की राशि न आने के कारण वेतन लटका हुआ है। इससे पूर्व भी वेतन में देरी होने पर आइजीएमसी प्रशासन ने प्रोजेक्ट से आई राशि को दूसरे फंड में जमा करवा दिया था जिससे वेतन जारी हो सके तो इ सपर आइसीएमआर ने सवाल उठा दिए और इस तरह की प्रक्रिया को न अपनाने के लिए कहा है।

क्‍या कहते हैं अधिकारी

आइजीएसमसी शिमला के प्रिंसिपल डा. रजनीश पठानिया का कहना है कोरोना जांच का कार्य कर रहे कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। ये प्रोजेक्ट के तहत कार्य कर रहे हैं और आइसीएमआर से राशि आनी है। डेढ़ माह पूर्व यूसी दे दिया है। उम्मीद है जल्द ही राशि आ जाएगी तो वेतन जारी कर दिया जाएगा।

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