Coronavirus: डीजीपी का तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों से आह्वान, जियो और जीने दो; अंगूठी पहनने पर कही यह बात
हिमाचल में काेराना महामारी के मामले निजामुद्दीन मरकज से लौटे तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों ने बढ़ाए हैं।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल में काेराना महामारी के मामले निजामुद्दीन मरकज से लौटे तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों ने बढ़ाए हैं। डीजीपी एसअार मरडी ने कहा कि प्रदेश में तब्लीगी जमात से ही जमात में रोग का सामुदायिक फैलाव हुआ है। ऊना में सामने आए नौ तब्लीगियों को पहले से पॉजिटव आए तीन लोगों से वायरस फैला। ये भी एक ही जमात से जुड़े हैं। अभी तक मस्जिद से मस्जिद में ही फैलाव हुआ है। मरडी ने मुस्लिम समुदाय को जियो और जीने दो, की नसीहत दी। उन्होंने इन्हें संवैधानिक प्रावधानों की याद दिलाई। राज्य पुलिस प्रमुख के मुताबिक प्रदेश में काेरोना के कुल 27 मामलों में ही 20 जमात से संबंधित हैं। इससे राज्य के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। संक्रमण क्योंकि तेजी से फैलता है, इस कारण लोगों को और एहतियात बरतने की सलाह दी है।
अंगूठी न पहनें
डीजीपी ने लोगों को अंगूठी न पहनने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि धातु में वायरस ज्यादा समय तक सक्रिय और जिंदा रहता है, इस कारण अाजकल अंगूठी से परहेज करें। अगर जरूरी हो तो फिर इसे बार-बार धोएं, ताकि कोई खतरा पैदा न हो। इनके अलावा उन्होंने मास्क पहनना भी जरूरी बताया है। इससे भी रोग की रोकथाम होती है।
आवश्यक वस्तुओं की न करें जमाखोरी
मरड़ी ने कहा कि लोग आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी न करें, क्योंकि इनकी बाजार में कोई कमी नहीं है। न ही दवाओं की कमी है। दवा बनाने वाले उद्योग बंद नहीं किए गए हैं। लोग लॉकडाउन को मौके के तौर पर लें, अात्मविवेचन करें।
रोग की वृद्धि दर अपेक्षाकृत कम
डीजीपी की मानें तो प्रदेश में रोग फैलने की दर अपेक्षाकृत कम हैं। हां मरकजी जरूर समस्या बने हुए हैं। जो भी लोग इनके संपर्क में आए हैं, उनकी पहचान की जा रही है। मरड़ी ने कोविड-19 से प्रभावी तौर पर लड़ने के लिए लोगों से दान करने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि दान न देने वाले रोग से मुक्ति के लिए दुआ करें।