यदि जल्द मांगे पूरी नहीं हुई तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा: राजीव मनन
केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध में ठेकेदार उग्र हो गए हैं। ठेकेदारों ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि अगर सरकार ने जीएसटी कम करने सहित अन्य मांगों को पूरा नहीं किया तो विकास कार्य बंद कर दिए जाएंगे।
ऊना, संवाद सहयोगी। केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध में ठेकेदार उग्र हो गए हैं। ठेकेदारों ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि अगर सरकार ने जीएसटी कम करने सहित अन्य मांगों को पूरा नहीं किया तो विकास कार्य बंद कर दिए जाएंगे। ठेकेदार उग्र प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। यह बात सोमवार को कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान राजीव कुमार मनन ने एमसी पार्क में बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि विभाग ठेकेदारों से काम तो करवा लेता है, लेकिन ठेकेदारों को एक-एक साल तक पेमेंट नहीं दी जाती है।
अगर ठेकेदार को पेमेंट नहीं दी जाएगी तो ठेकेदार आगे लेबर को कहां से पैसे देंगे। यहीं नहीं ठेकेदारों के एस्टीमेट तक अन्य दस्तावेज भी समय पर विभागीय अधिकारी पूरे नहीं करते है। जिससे ठेकेदारों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के बिल बनने के 15 दिन के भीतर पेमेंट की जाए। उन्होंने कहा कि कांट्रेक्टर ठेकेदार के सहयोग के बिना क्षेत्र का विकास असंभव है, लेकिन सरकार व विभाग ठेकेदारों को दरकिनार कर रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार मनमानी करते हुए पहली जनवरी से जीएसटी 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर रही है, जोकि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले ही जीएसटी 12 प्रतिशत है, जोकि बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि जीएसटी को कम कर 5 प्रतिशत की जाए। इसके अलावा लेबर सेस को हटाया जाए। वहीं लेबर सेस के लाभ ठेकेदारों को दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि ठेकेदारों की बिल बनने के समय पहले की तरह रायल्टी काटी जाए। एम फार्म लेना बंद किए जाएं। उन्होंने कहा कि क्रशर वाले ठेकेदारों को एम फार्म नहीं दे रहे है। एम फार्म के बिना ठेकेदार के बिल ही नहीं बन रहे है। ठेकेदारों ने कहा कि सरकार ने ठेकेदारों के लिए कोई योजना नहीं चलाई है। अगर ठेकेदार की मृत्यु होती है तो ठेकेदार को कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि सरकार ठेकेदारों की भी इंश्योरेंस की जाए, ताकि अगर किसी ठेकेदार की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को दर-दर की ठोकरें न खानी पड़े। ठेकेदारों ने साफ शब्दों में सरकार व प्रशसन को चेताबनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उन्हें उग्र प्रदर्शन के लिए विविश होना पड़ेगा। इसके अलावा जब तक मांगे पूरी नहीं होती ठेकेदार न ही टेंडर फाईल करेगा और चल रहे काम भी बंद कर दिए जाएंगे।
(इस मौके पर संजीव कुमार दत्ता, प्रेम पाल सिंह, तरसेम कुमार, अभिषेक खजांची, विजय सिंह, वरुण मैहन, एमएस सिंह, ओम प्रकाश, विशाल, राज कुमार, महेश आंगरा, प्रिंस मक्कर, मोहित बेदी, प्रफुल बेदी, विकास पुरी, नरेंद्र कुमार, राजेश कुमार, भूपिंद्र कुमार, सुधीर कुमार, अमन कुमार, बलविंद्र सिंह भी मौजूद रहे।