Himachal Vidhansabha Session : विधानसभा में कांग्रेस इन मुद्दों पर घेरेगी जयराम सरकार को, बैठक कर बनाई रणनीति

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। बेरोजगारी कोरोना काल में भ्रष्टाचार कोरोना से मौत कानून व्यवस्था और बरसात से कृषि व बागवानी को हुए नुकसान के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा। रविवार देर शाम विली पार्क में कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित हुई।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:09 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:09 PM (IST)
Himachal Vidhansabha Session : विधानसभा में कांग्रेस इन मुद्दों पर घेरेगी जयराम सरकार को, बैठक कर बनाई रणनीति
कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई। जागरण आर्काइव

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। बेरोजगारी, कोरोना काल में भ्रष्टाचार, कोरोना से मौत, कानून व्यवस्था और बरसात से कृषि व बागवानी को हुए नुकसान के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा। रविवार देर शाम विली पार्क में कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित हुई। बैठक में कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी संजय दत्त और कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर विशेष तौर पर उपस्थित रहे।

कांग्रेस प्रभारी ने विधायकों को एकजुटता की घुट्टी पिलाई। उन्होंने कहा कि विधायक सदन के अंदर एकजुटता का परिचय देते हुए सरकार पर तीखे हमले बोलें। सदन के बाहर घेराबंदी का काम संगठन का रहेगा। कांग्रेस विधायकों के पास विधानसभा के इस मानसून सत्र को हंगामेदार बनाने के लिए मुद्दों की कमी नहीं है।

ये उठेंगे मुद्दे

बैठक में कोरोना से हुई मौतों, कोरोना काल में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, महिलाओं पर बढ़े अत्याचार, सड़क दुर्घटनाएं, दूसरी लहर में सरकार की विफलता, बारिश से कृषि व बागवानी को हुए नुकसान का मुआवजा न मिलने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा। बैठक में कोरोना की दूसरी लहर से हिमाचल में हुई मौतों के आंकड़े के मुद्दे और लचर व्यवस्थाओं को निशाना बनाते हुए घेराबंदी करने की पूरी रणनीति बनाई गई। सरकार की विफलताओं पर चर्चा कर प्रमुखता से उठाया जाएगा।

कोरोना में गई नौकरियां, नहीं ली सुध

कांग्रेस विधायक बेरोजगारी के मुद्दे को प्रमुख्ता से उठाएंगे। विधायक दल का कहना है कि कोरोना के कारण प्रदेश के हजारों युवाओं की नौकरियां गई है। सरकार ने इनकी सुध तक नहीं ली। खस्ता वित्तीय हालातों के बावजूद बोर्ड व निगमों में नई राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस निशाना साधने की पूरी कोशिश करेगी। इसके अलावा प्रदेश में कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालातों पर भी जवाब मांगा जाएगा और कई उदाहरण कांग्रेस विधायकों द्वारा रखे जाएंगे। संसद में जिस तरह से पैगासस जासूस मामले को उठाया जा रहा है उसे हिमाचल विधानसभा में भी उठाया जाए।

पहली बार बिना वीरभद्र के सदन में सरकार को घेरेगी कांग्रेस

विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह के निधन पर दो मिनट का शोक रखा गया। यह पहला मौका होगा जब सदन में वीरभद्र ङ्क्षसह मौजूद नहीं होंगे। वीरभद्र ङ्क्षसह के देहांत के बाद कांग्रेस की राजनीति में शून्य आ चुका है। वीरभद्र ङ्क्षसह खराब सेहत के बावजूद सदन में हमेशा मौजूद रहते थे। उनकी मौजूदगी ही कांग्रेस को आक्सीजन देने काम करती थी।

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