कांग्रेस नेता बोले, टेंट हाउस संचालकों और कैटरिंग कारोबारियों के बारे में भी सोचे सरकार

Tent house Owner कोविड 19 महामारी के कारण केवल गरीब परिवार ही प्रभावित नहीं हुए हैं बल्कि इसके अलावा लाखों रुपये का निवेश करने वाले टेंट हाउस के मालिक और इवेंट मैनेजमेंट के लोग भी प्रभावित हुए हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 01:27 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 01:27 PM (IST)
कांग्रेस नेता बोले, टेंट हाउस संचालकों और कैटरिंग कारोबारियों के बारे में भी सोचे सरकार
कोविड 19 महामारी के कारण लाखों रुपये का निवेश करने वाले टेंट हाउस मालिक भी प्रभावित हुए हैं।

बिलासपुर, संवाद सहयोगी। कोविड 19 महामारी के कारण केवल गरीब परिवार ही प्रभावित नहीं हुए हैं बल्कि इसके अलावा लाखों रुपये का निवेश करने वाले टेंट हाउस के मालिक और इवेंट मैनेजमेंट के लोग भी प्रभावित हुए हैं। जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान ने कहा लाखों रुपये खर्च कर बैठे टेंट हाउस मालिक और इवेंट मैनेजमेंट वालों के बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए कि उनके काम धंधे बंद हो चुके हैं। ऐसे में वे लोग कहां जाएंगे। इस व्यवसाय से जुड़े जो लोग रिसेप्शन का काम करते है, वेटर सर्विसेज से जुड़े हैं या फिर कैटरिंग का काम करने वाली सभी लोग प्रभावित हुए हैं।

जिला कांग्रेस महासचिव ने बताया कि कुछ दिन पहले इनकी एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भी मिला था। लेकिन इनकी समस्या समाधान नहीं हो पाया है। कुछ बड़े टेंट हाउस मालिकों की तो बैंकों की बड़ी देनदारियां भी हैं और उनके लिए इनके बारे में एक व्यापक नीति बनाने की आवश्यकता है।

ग्रामीण स्तर पर भी बहुत से लोग इस व्यवसाय से जुड़े हैं। उन्होंने बैंकों से ऋण ले रखा है। सरकार को चाहिए कि जब तक हालात सामान्य न हों तब तक इनके द्वारा लिए गए ऋण पर  ब्याज माफी दी जाए और कुछ मुश्त राशि इनको दी जाए।

होटल कारोबारियों का दर्द बरकरार

धर्मशाला। कोरोना कर्फ्यू में छूट का समय बेशक सरकार ने बढ़ा दिया है लेकिन अब भी धर्मशाला के होटल कारोबारियों का दर्द बरकरार है। पर्यटक तो आ रहे हैं, लेकिन कफ्र्यू के कारण होटलों में कोई भी ठहर नहीं रहा है। यह हाल केवल निजी का ही नहीं बल्कि पर्यटन विकास निगम के होटलों का भी है।

पर्यटन विकास निगम के होटलों में भी दो  से तीन फीसद ही कमरे लग रहे हैं जबकि अभी आनलाइन बुकिंग शून्य है। वीकेंड पर जरूर कुछ होटलियरों के इक्का-दुक्का कमरे लगे थे, लेकिन अब फिर वही हालात हैं। होटलियरों व निगम के अधिकारियों के अनुसार कफ्र्यू छूट का समय बढऩे पर ही कुछ हालात सुधर सकते हैं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पर्यटक आएंगे।

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