मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के संबोधन में बाप-बेटे का जिक्र आने से सियासी पारा गर्म, पढ़ें पूरा मामला
CM Jairam Thakur मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में बेटा बाप की तारीफ करता है और बाप बेटे की तारीफ करता है जबकि वह तो एक साधारण व किसान परिवार से हैं। उन्होंने खेतों में हल चलाया है गाड़ियों तक पहुंचाने के लिए सेब पीठ पर लादकर पहुंचाया है।
धर्मशाला, नीरज व्यास। विधानसभा क्षेत्र जवाली के तहत नगरोटा सूरियां में जब मिशन रिपीट के लिए जनसभा के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गरजे तो कोविड-19 काल की पीड़ा के साथ-साथ एक जिक्र ऐसा भी हुआ कि सियासी पारा गर्मा गया। मुख्यमंत्री ने जब संबोधन शुरू किया तो उन्होंने कोविड-19 काल की पीड़ा को उजागर करते हुए उस बुरे दौर से निकलने व लोगों के साथ खड़े रहने तथा लगातार नीतियों व योजनाओं से राहत देने का श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। इस बीच मुख्यमंत्री ने जहां 2022 के चुनाव के लिए जनता का साथ चाहा तो उनकी नब्ज भी टटोली। ऐसे में यह भी बता दिया कि सत्ता पक्ष पिछले लंबे समय से लगातार चुनावों में अपनी अग्निपरीक्षा दे रहा है और उसमें सफल होकर निकल रहा है।
जनता मुख्यमंत्री भावुक शब्दों को सुनकर उत्साहित दिखी। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में बेटा बाप की तारीफ करता है और बाप बेटे की तारीफ करता है, जबकि वह तो एक साधारण व किसान परिवार से हैं। उन्होंने खेतों में हल चलाया है, गाड़ियों तक पहुंचाने के लिए सेब पीठ पर लादकर पहुंचाया है। यह सब काम जो उन्होंने किया, उसका लाभ उन्हें आज मिल रहा है।
वह हरेक की पीड़ा जानते हैं, किसान की पीड़ा जानते हैं व गरीब की पीड़ा जानते हैं। लेकिन उनके परिवार में कोई राजनीति में नहीं है। ऐसे में उनके पास कोई ऐसा बाप नहीं है, जो राजनीति में उनकी तारीफ करे या ऐसा कोई बेटा है, जिसकी वह तारीफ करें। भविष्य में उनके परिवार से कोई राजनीति में नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने बाप व बेटा का जिक्र किया तो सियासी गलियारों में हलचल सी हो गई।
मुख्यमंत्री ने पूर्व सीएम व उनके बेटे का जिक्र किया या फिर जवाली विधानसभा क्षेत्र के बाप बेटे का जिक्र किया, जो इस विधानसभा क्षेत्र से माननीय रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट तो नहीं किया, लेकिन बाप बेटे का जिक्र आने से सत्ता के गलियारे में हलचल जरूर मच गई।