हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर में जुलाई से शुरू होंगी कक्षाएं, भवन का 90 फीसद काम हुआ पूरा, पढ़ें खबर

Hydro Engineering College Bilaspur राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला (बिलासपुर) में आगामी जुलाई माह से पहला सेशन बैठाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। कॉलेज निर्माण में लगी कंपनी का दावा है कि वह जल्द ही कॉलेज भवन को संचालकों को हैंड ओवर कर देंगे

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:20 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 07:20 AM (IST)
हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर में जुलाई से शुरू होंगी कक्षाएं, भवन का 90 फीसद काम हुआ पूरा, पढ़ें खबर
राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला (बिलासपुर) में आगामी जुलाई माह से पहला सेशन बैठाने की तैयारी पूरी कर ली है।

बिलासपुर, सुनील शर्मा। Hydro Engineering College Bilaspur, राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला (बिलासपुर) में आगामी जुलाई माह से पहला सेशन बैठाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। कॉलेज निर्माण में लगी कंपनी का दावा है कि वह जल्द ही कॉलेज भवन को संचालकों को हैंड ओवर कर देंगे और यहां बच्चे अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू कर सकेंगे। गौर हो कि हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले चुके बच्चों को अभी राजीव गांधी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां जिला कांगड़ा में पढ़ाया जा रहा है और अब जल्द ही वह घड़ी आने वाली है जब हाइड्रो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले बच्चे अपने कॉलेज परिसर में पढ़ाई कर सकेंगे।

एनआइटी जालंधर से एमओयू

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला ने प्रशिक्षु और फैकल्टी की अकादमिक गतिविधियों के लिए डॉक्टर बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्रोलॉजी (एनआईटी) जालंधर के साथ करार किया है। इस बाबत हाईड्रो कॉलेज प्रबंधन का एनआईटी जालंधर के साथ अगले तीन साल के लिए अकादमिक एंड नॉन अकादमिक गतिविधियों को लेकर एमओयू साईन हुआ है। मुख्य रूप से 11 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आधारित इस एमओयू में फैकल्टी डेवेल्पमेंट प्रोग्राम, इंडस्ट्रियल रिसर्च एक्टीविटीज, ज्वाइंट ऑर्गेनाईजेशन्स ऑफ सेमीनार, वर्कशॉप व कांफ्रेंस, ट्निंग ऑफ स्टूडेंटस और लाईब्रेरी फैसिलिटी शामिल हैं। इस एग्रीमेंट का निश्चित तौर पर हाईड्रो कॉलेज के प्रशिक्षुओं को लाभ मिलेगा।

कंपनी जून अंत तक हैंड ओवर करेगी भवन

हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर कम प्रिंसिपल आरके अवस्थी ने बताया अभी कॉलेज का भवन तैयार नहीं है, ऐसे में कॉलेज की कक्षाएं इस समय राजीव गांधी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां में चल रही हैं, जिसमें दो विषयों इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल में 480 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस साल जून अंतिम या जुलाई पहले सप्ताह में कक्षाएं बिलासपुर के बंदला में शिफ्ट करने की योजना है, जिसके लिए निर्माता कंपनी एनपीसीसी कंस्ट्रक्शन को 30 जून की डेडलाईन दी गई है। भवन, होस्टल सहित अन्य ढांचा तकनीकी शिक्षा विभाग के नाम हैंडओवर होने के बाद कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। कॉलेज में इस सत्र से शेष दो विषय भी शुरू किए जाने हैं। यहां बता दें कि यह प्रोजेक्ट एनटीपीसी और एनएचपीसी के सहयोग से 105 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है, जिसमें चार विषय कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग शामिल हैं। इस समय राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगबां में कक्षाएं चल रही हैं जिसमें दो विषयों इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल में पढ़ाई चल रही है।

क्‍या कहते हैं डायरेक्‍टर

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला बिलासपुर) डायरेक्टर कम प्रिंसिपल आरके अवस्थी का कहना है हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का भवन का निर्माण कार्य जल्द पूरा होने वाला है। निर्माता कंपनी को जून अंतिम सप्ताह तक का अल्टीमेटम दिया गया है। कोशिश होगी कि जुलाई में बच्चे अपने परिसर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे। इसके साथ ही बच्चोंं की बेहतर पढ़ाई के लिए बीते 15 मार्च को जालंधर में एनआइटी के डायरेक्टर के साथ अगले तीन सालों के लिए एक एमओयू साइन हुआ है जिसके तहत अकादमिक और नॉन अकादमिक गतिविधियों में हाइड्रो कॉलेज के प्रशिक्षु अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाएंगे, जबकि फैकल्टी एनआइटी फैकल्टी के साथ मिलकर नए प्रोजेक्टों पर काम कर सकेगी।

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