अभी तक नहीं हो पाया ज्‍वालामुखी में सिविल अस्पताल भवन का निर्माण, कांग्रेस ने लोगों के साथ किया खिलवाड़

ज्वालामुखी के सिविल अस्पताल के लिए विधायक रमेश धवाला ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से 15 करोड़ रुपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृत कराए परंतु कांग्रेस पार्टी के लोगों ने अस्पताल भवन के निर्माण को कानूनी दाव पेंच के चलते खटाई में डाल दिया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 12:08 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:08 PM (IST)
अभी तक नहीं हो पाया ज्‍वालामुखी में सिविल अस्पताल भवन का निर्माण, कांग्रेस ने लोगों के साथ किया खिलवाड़
बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सिविल अस्पताल का निर्माण कार्य उनकी वजह से पूरा नहीं हुआ है।

ज्वालामुखी, जेएनएन। ज्वालामुखी के भाजपा नेताओं मान चंद राणा चमन पुंडीर विजय मेहता, राम स्वरूप शास्त्री, विमल चौधरी, कुलदीप शर्मा, जोगिंद्र कौशल, देशराज अत्री, प्रकाश राणा, प्रवीण राणा, हरि सिंह, विपिन शर्मा, करतार चंद आदि  ने पत्रकारवार्ता में कहा कि ज्वालामुखी के सिविल अस्पताल के लिए विधायक रमेश धवाला ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से 15 करोड़ रुपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृत कराए परंतु कांग्रेस पार्टी के लोगों ने अस्पताल भवन के निर्माण को कानूनी दाव पेंच के चलते खटाई में डाल दिया। अस्पताल के नए भवन निर्माण का रास्ता रोककर उन्‍होंने क्षेत्र के लोगों से स्वास्थ्य सुविधाएं भी छीन ली हैं। जो सरासर अन्याय है।

उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेसियों ने इस भवन निर्माण को कानूनी दाव पेंचों में फंसा कर न रोका होता तो आज ज्वालामुखी में शानदार भवन बना होता और आज कोविड सेवाओं के लिए बेहतर विकल्प बनकर सामने होता ज्वालामुखी में शानदार अस्पताल भवन मूलभूत सुविधाओं से लैस होना था और कोरोना संकटकाल में कोविड अस्पताल के रूप में उसकी सेवाएं ली जा सकती थी लोगों को उसका लाभ मिल सकता था परंतु कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। जिस वजह से आज सिविल अस्पताल के भवन निर्माण का कार्य बजट में 15 करोड़ रुपये होने के बावजूद शुरू नहीं हो पाया है। जिसके लिए ज्वालामुखी कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार है ।

भाजपा नेताओं ने कहा कि पहले ज्वालामुखी बस अड्डे के पास से अस्पताल को एक जर्जर सराय में ले जाकर शहर से दूर चलाया गया लोगों की भावनाओं को कुचला गया लोगों की मांग को ठुकराया गया और जब भाजपा शासनकाल में वहां पर नए भवन के लिए 15 करोड़ का प्रावधान किया गया तो उस भवन निर्माण को एक सोचे समझे षड्यंत्र के तहत रोका गया उसे कानूनी दांवपेच में उलझाया गया। जिस वजह से भवन निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है भाजपा नेताओं ने कहा कि नए भवन निर्माण का टेंडर भी हो चुका था ठेकेदार को काम भी अवार्ड हो चुका था और ठेकेदार अपनी लेबर के साथ यहां पर पहुंच भी गया था यदि समय पर काम शुरू हो जाता तो आज कई मंजिलें बन गई होती और अस्पताल  के कई चरण मुकम्मल हो गए होते और आज इस अस्पताल भवन को लोगों की सुविधा के लिए कोविड सेवाओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था।

लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेताओं की नीति और नियत में खोट है वे हमेशा जनता के विरोधी रहे हैं और जनता के हित की बातें उन्हें अच्छी नहीं लगती हैं। जिस वजह से आज भी इस अस्पताल भवन के निर्माण का कार्य बजट में 15 करोड़ पर होने के बावजूद फंसा हुआ है। भाजपा ने कभी विकास कार्यों का विरोध नहीं किया चाहे कोई भी सरकार कराए। परन्तु कांग्रेस के इस कार्य से लोगों को दुख हुआ है।

जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है दूरदराज से आने वाले दर्जनों पंचायतों के लोग इस स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं इसके अलावा बाहर से आने वाले श्रद्धालु और नेशनल हाईवेज पर दुर्घटनाग्रस्त लोग भी ज्वालामुखी के अस्पताल पर ही निर्भर है।

यहां पर पर्याप्त डॉक्टर स्टाफ और मूलभूत सुविधाएं होने के बावजूद लोगों को परेशान होना पड़ता है क्योंकि यहां का जो अस्पताल है वह एक सराय के जर्जर हो चुके भवन में चल रहा है जो किसी भी लिहाज से एक अस्पताल के लिए उपयुक्त नहीं है यहां पर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अधिकारी दौरा कर चुके हैं और हर किसी ने रिपोर्ट सरकार को देकर स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इस पुरानी जर्जर हो चुकी सराय में अस्पताल चलाना संभव नहीं है यहां पर ना केवल डॉक्टरों को मुश्किल होती है बल्कि बाहर से आने वाले लोगों और उनके साथ आने वाले तामीरदारों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां पर पीने के पानी और सफाई की हमेशा कमी रहती है यही कारण था कि मुख्यमंत्री ने विधायक रमेश धवाला के आग्रह पर 15 करोड़ रुपये नए सिविल अस्पताल भवन के निर्माण के लिए स्वीकृत किए और उसका टेंडर भी हो गया ठेकेदार को कार्य अवार्ड भी कर दिया गया था यहां पर ठेकेदार की लेबर भी आ गई थी परंतु अचानक काग्रेस के लोगों ने इस कार्य को रुकवा दिया इस वजह से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम होना पड़ा।

यह बोले खंड चिकित्सा अधिकारी

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने बताया कि भवन निर्माण का मामला न्यायालय में चला गया है जिस वजह से काम रुका हुआ है स्थानीय विधायक रमेश धवाला ने कहा कि भवन निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये स्वीकृत करवा दिए गए हैं परंतु ठेकेदार द्वारा काम शुरू करने से पहले कांग्रेस के कुछ लोगों ने इस कार्य को खटाई में डाल दिया जिस वजह से एक महत्वकांक्षी योजना धरातल पर आने से रुक गई। जिससे क्षेत्र की जनता को बहुत नुकसान हुआ उनको स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम किया गया है।

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