साइबर क्राइम...सीआइडी के साइबर सेल ने फ्रीज किए 2500 खाते
सीआइडी के साइबर सेल ने इस साल 2500 संदिग्ध खाते को फ्रीज किया। इनमें बैंक ई-वालेट पेटीएम और शापिंग से जुड़े खाते शामिल हैं। इनकी जांच से पता चला है कि हिमाचल प्रदेश में ठगी में 300 मोबाइल फोन इस्तेमाल हुए हैं।
शिमला, रमेश सिंगटा। जागरूकता के निर्देश दिए जाने के बावजूद लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं और साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। सीआइडी के साइबर सेल ने इस साल 2500 संदिग्ध खाते को फ्रीज किया। इनमें बैंक, ई-वालेट, पेटीएम और शापिंग से जुड़े खाते शामिल हैं। इनकी जांच से पता चला है कि हिमाचल प्रदेश में ठगी में 300 मोबाइल फोन इस्तेमाल हुए हैं। ये मोबाइल साइबर ठगों के हैं। शातिर बंगाल, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि राज्यों के रेड जोन एरिया के हैं, लेकिन ये पकड़ में कम ही आ पाते हैं। अब सीआइडी ने ठगी के संलिप्त सभी मोबाइल फोन नंबरों की सूची संबंधित राज्यों के पुलिस प्रमुखों को भेज दी है। अब इन राज्यों की पुलिस शातिरों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इसके अलावा मोबाइल सर्विस प्रोवाडर कंपनियों को भी पत्र लिखा गया है।
कितना वापस किया पैसा
सीआइडी के साइबर सेल ने ठगी के शिकार लोगों को इस साल 31 लाख रुपये वापस लौटाए हैं। वहीं 44 लाख 63 हजार रुपये वापस करने की प्रक्रिया चल रही है। अगर यह पैसा भी वापस हो गया तो शातिरों से 75 लाख रुपये रिफंड करवाने में कामयाबी मिल जाएगी। ठगी की इस साल कुल 1588 शिकायतें आई हैं।
कितनी शिकायतें किस अपराध की
डेबिट कार्ड फ्राड 175 शिकायतें
क्रेडिट कार्ड फ्राड 57
ओएलएक्स फ्राड 34
फेसबुक फ्राड 59
पेटीएम फ्राड 33
अमेजन फ्राड 24
गूगलपे फ्राड 49
लाटरी फ्राड 35
इंश्योरेंस फ्राड 11
आनलाइन फ्राड 11
फेक वेबसाइट 14
आनलाइन शापिंग फ्राड 149
फेक काल फ्राड 54
एटीएम विदड्राल 11
आनलाइन बैंङ्क्षकग फ्राड 42
फेक कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव 103
हिमाचल में साइबर ठगी के मामलों में दूसरे राज्यों के रेड जोन क्षेत्रों के शातिर सक्रिय हैं। जांच के दौरान उन मोबाइन फोन नंबरों का विश्लेषण किया गया, जो ठगी में इस्तेमाल किए गए। संबंधित राज्यों की पुलिस को कार्रवाई करने का आग्रह किया है। साइबर थाने के प्रयास से 31 लाख रुपये रिफंड करवा दिए हैं। बड़ी धनराशि जल्द और वापस करवाई जाएगी।
-नरवीर राठौर, एएसपी, साइबर क्राइम