चाइल्ड लाइन धर्मशाला ने खुंडियां के दो बच्चों को रेस्क्यू कर पहुंचाया ओपन शेल्टर

खुंडियां के टिहरी गांव के दो बच्चों को रेस्क्यू कर ओपन शेल्टर सकोह पहुंचाने में सफलता हासिल की है। चाइल्ड लाइन कांगड़ा के समन्वयक मनमोहन ने बताया कि उन्होंने स्वयं परामर्शदाता बलदेव व टीम सदस्य पिंकू ने साथ कार्रवाई करते हुए टिहरी के दोनों बच्चों से मिले।

By Richa RanaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 04:05 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 04:05 PM (IST)
चाइल्ड लाइन धर्मशाला ने खुंडियां के दो बच्चों को रेस्क्यू कर पहुंचाया ओपन शेल्टर
टिहरी गांव के दो बच्चों को रेस्क्यू कर ओपन शेल्टर सकोह पहुंचाने में सफलता हासिल की है।

धर्मशाला,संवाद सहयोगी। चाइल्ड लाइन कांगड़ा की टीम ने खुंडियां के टिहरी गांव के दो बच्चों को रेस्क्यू कर ओपन शेल्टर सकोह पहुंचाने में सफलता हासिल की है। चाइल्ड लाइन कांगड़ा के समन्वयक मनमोहन ने बताया कि उन्होंने स्वयं परामर्शदाता बलदेव व टीम सदस्य पिंकू ने साथ कार्रवाई करते हुए टिहरी के दोनों बच्चों से मिले। टीम ने पाया कि इन बच्चों के पिता की एक वर्ष पूर्व मौत हो चुकी और माता भी लगभग एक वर्ष से लापता है। ग्रामीणों से बात करने पर टीम को बताया गया कि बच्चों की मां का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था और काफी समय से लापता है। इन बच्चों के दादा-दादी की भी काफी साल पहले मौत हो चुकी है।

वहीं टीम नेबच्चों के घर को अंदर से देखा तो दरवाजे टूटे हुए थे और बच्चे एक साल से डर-डर के अकेले रात को एक-दूसरे लिपट कर रात बिताने को मजबूर थे और डर के मारे घर के कमरों के अंदर ही मल मूत्र का त्याग करते थे। गांव के लोग कभी इनको खाना दे देते, तो जैसे तैसे इन बच्चों का पेट भरता था। चाइल्ड लाइन टीम ने तुरंत पंचायत प्रधान से लिखित कार्रवाई करवाकर इन बच्चों का रेस्क्यू किया और साथ लगते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इन बच्चों का मेडिकल करवाया साथ में कोरोना टेस्ट भी। इसके बाद इनकी जनरल एंट्री पुलिस स्टेशन ज्वालामुखी में करवाई और बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार इन्हें ओपन शेल्टर सकोह में रखा गया है।

इसके बाद सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार इनकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संरक्ष्ण के लिए स्थायी बाल गृह में दाखिल करवा दिया जाएगा। अब इन बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं देखभाल 18 वर्ष तक निशुल्क होगी।

चाइल्ड हेल्पलाइन कांगड़ा के जिला समन्वयक मनमोहन चौधरी ने बताया कि इसके अलावा भी चाइल्ड हेल्पलाइन जरूरतमंद एवं बेसहारा बच्चों को जिला कांगड़ा के विभिन्न बाल-गृहों जैसे रामानंद गोपाल रोटरी बाल गृह, ज़ोरियम बाल गृह कछियारी, बालिका-गृह गरली-परागपुर, बाल आश्रम सुजानपुर और तितली बाल-गृह फरेड (पालमपुर) में आश्रय दिलाया है।

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