President Himachal Visit : मुख्यमंत्री जयराम बोले, पहाड़ ने चुनौतियों के कई पड़ाव किए पार

50 वर्ष की विकास की चुनौतीपूर्ण यात्रा में पहाड़ ने कई पड़ाव पार किए हैं। आज जिस मुकाम पर प्रदेश पहुंचा है उसमें पूर्व मुख्यमंत्रियों का बड़ा योगदान रहा है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को विधानसभा में विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कही।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 10:00 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 10:00 PM (IST)
President Himachal Visit : मुख्यमंत्री जयराम बोले, पहाड़ ने चुनौतियों के कई पड़ाव किए पार
विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्‍यमंत्री ने सदन को संबोधित किया। जागरण आर्काइव

शिमला, राज्य ब्यूरो। 50 वर्ष की विकास की चुनौतीपूर्ण यात्रा में पहाड़ ने कई पड़ाव पार किए हैं। आज जिस मुकाम पर प्रदेश पहुंचा है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्रियों का बड़ा योगदान रहा है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को विधानसभा में विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने वर्तमान प्रदेश की तुलना 1971 से कर कहा कि तब हमें पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में साढ़े तीन वर्ष से हिमाचल को शिखर पर ले लाने के लिए प्रयासरत हैं। आज प्रदेश की गिनती देश के खुशहाल और प्रगतिशील राज्य के तौर पर होती है। सरकार का जोर रोजगार और स्वरोजगार पर है। कोरोना संकट के बावजूद सरकार ने विकास की गति रुकने नहीं दी।

तब और अब तक में अंतर

जयराम ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि इस वर्ष को पूर्ण राज्यत्व को स्वर्णिम जयंती वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद पहाड़ी राज्य की 50 वर्ष की यात्रा गौरवशाली और उपलब्धियों से भरी रही है। वर्ष 1971 में राज्य में प्रति व्यक्ति आय 651 रुपये थी जो वर्तमान में बढ़कर एक लाख 95 हजार हो गई है। तब प्रदेश में सड़कों की लंबाई 7370 किलोमीटर थी, जबकि आज 37,808 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का नेटवर्क है। वर्ष 1971 में प्रदेश में केवल 4945 शौक्षणिक संस्थान थे, जो अब बढ़कर 15000 से अधिक हो गए हैं। आज प्रदेश में एम्स, आइआइएम, आइआइआइटी और केंद्रीय विवि जैसे कई राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट संस्थान हैं। प्रदेश ने कृषि और बागवानी क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है।

सरकार की यह रही नई योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के हर क्षेत्र के विकास और समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए जनमंच, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100, हिमकेयर, सहारा, हिमाचल गृहिणी सुविधा, शगुन, मुख्यमंत्री स्वावलंबन, नई राहें-नई मंजिलें और प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की हैं। राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया। किसानों, बागवानों, व्यापारियों, कर्मचारियों, श्रमिकों, युवाओं, महिलाओं और अन्य वर्गों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

कोरोना टीकाकरण अभियान में अव्वल

जयराम ने कहा कि राज्य की विभिन्न क्षेत्रों में की गई प्रगति को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया और कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। करीब दो साल से देश के साथ प्रदेश भी कोरोना महामारी से जूझ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम और गतिशील नेतृत्व में देश ने न केवल इस महामारी पर सफलतापूर्वक विजय हासिल की है, बल्कि विश्व का सबसे बड़ा टीकाकारण अभियान भी चलाया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने कोविड-19 टीकाकरण अभियान में 18 वर्ष से अधिक आबादी के पहली खुराक के शत-प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को हासिल किया है।

इनके योगदान को किया याद

जयराम ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों स्व. डा. यशवंत ङ्क्षसह परमार, राम लाल ठाकुर और वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए राज्य की विकास यात्रा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्रियों शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल का भी आभार जताया, जिन्होंने प्रदेश के विकास में अमूल्य योगदान दिया है।

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