मुख्यमंत्री जयराम बोले, फोरलेन निर्माण में न कटें अधिक पेड़

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कैथलीघाट से ढली तक फोरलेन निर्माण में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि पेड़ कम कटें और लोगों को विस्थापित न होना पड़े। इसलिए सुरंगों को निर्माण किया जाएगा।

By Vijay BhushanEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:22 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:22 PM (IST)
मुख्यमंत्री जयराम बोले, फोरलेन निर्माण में न कटें अधिक पेड़
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। जागरण आर्काइव

शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कैथलीघाट से ढली तक फोरलेन निर्माण में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि पेड़ कम कटें और लोगों को विस्थापित न होना पड़े। इसलिए सुरंगों को निर्माण किया जाएगा।

शिमला स्थित राज्य सचिवालय में शनिवार को आयोजित बैठक में उनके समक्ष शिमला बाईपास फोरलेन परियोजना के तहत प्रस्तावित अलाइनमेंट और शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ढली टनल के समानांतर हाईवे टनल के निर्माण के लिए प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति में अवगत करवाया गया कि कैथलीघाट से ढली सेक्शन तक पांच सुरंगों के निर्माण की आवश्यकता है। इस परियोजना में भट्टाकुफर से ढली के लिए वर्तमान में प्रस्तावित ट््िवन टनल/वायोडक्ट््स शहरी क्षेत्र को पूरी तरह बाईपास करेगी और इससे वन क्षेत्र तथा ढांचे कम से कम प्रभावित होंगे।

जयराम ने आशा व्यक्त की है कि संजौली बाईपास और शहर की सड़कों से संपर्क के लिए प्रस्तावित ट््िवन टनल से शिमला नगर के लोगों को बेहतर संपर्क सुविधा उपलब्ध होगी। ढली जंक्शन और ढली बाईपास के सुधार कार्य की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सुरंगों के निर्माण से बड़ी मात्रा में मलबा निकलता है, इसलिए भूमि के बेहतर उपयोग के लिए डंङ्क्षपग स्थलों पर स्टेडियम जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इन परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करने के निर्देश दिए ताकि लोग शीघ्र इनसे लाभान्वित हो सकें।

ढली सुरंग 175 वर्ष से अधिक पुरानी है और इसकी डिजाइन की अवधि समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ऊपरी शिमला क्षेत्र, मंडी, कुल्लू और किन्नौर जिलों को जोडऩे के कारण यह सुरंग एक महत्वपूर्ण है। सरकार ने इस सुरंग के साथ समानांतर सुरंग बनाने का निर्णय लिया है। 55 करोड़ इस टू लेन सुरंग का निर्माण किया जाएगा और अगस्त तक इसका कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को प्रस्तावित सुरंग के ऊपर मकानों के मालिकों को विश्वास में लेने के निर्देश दिए। उनके साथ बैठक कर आश्वस्त किया जाए कि इस परियोजना से उनकी संपत्ति को नुकसान नहीं होगा।

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