HRTC के देहरा डिपो में गड़बड़झाले के आरोपित आरएम के खिलाफ चार्जशीट वापस

HRTC Scam हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के देहरा डिपो में चालकों परिचालकों के एरियर में लाखों रुपये के गड़बड़झाले मामले में आरोपित तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) के खिलाफ प्रबंधन ने चार्जशीट वापस ले ली है। सूत्रों के अनुसार अधिकारी की सस्पेंशन अवधि को अब ड्यूटी माना गया है।

By Virender KumarEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 07:40 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 07:40 AM (IST)
HRTC के देहरा डिपो में गड़बड़झाले के आरोपित आरएम के खिलाफ चार्जशीट वापस
HRTC के देहरा डिपो में गड़बड़झाले के आरोपित आरएम के खिलाफ चार्जशीट वापस ली गई है। जागरण आर्काइव

शिमला, रमेश सिंगटा। HRTC Scam, हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के देहरा डिपो में चालकों, परिचालकों के एरियर में लाखों रुपये के गड़बड़झाले मामले में आरोपित तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) के खिलाफ प्रबंधन ने चार्जशीट वापस ले ली है। सूत्रों के अनुसार अधिकारी की सस्पेंशन अवधि को अब ड्यूटी माना गया है। केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया है। चेतावनी में कहा गया है कि भविष्य में डिपो में किसी प्रकार की अनियमितताएं न हों, इसे सुनिश्चित किया जाए।

10 सितंबर से 9 दिसंबर 2020 तक आरएम को सस्पेंड किया गया था। इस पीरियड को ड्यूटी माना जाएगा। 21 नवंबर 2020 को चार्जशीट किया गया था। आरोपित अधिकारी ने 14 अप्रैल को प्रबंधन को जवाब दिया था। प्रबंधन ने पाया कि देहरा डिपो में हुए गबन के मामले में आरएम के खिलाफ सुबूत के तौर पर कोई भी दस्तावेज नहीं मिले हैं। इस कारण चार्जशीट वापस ले ली है।

यह था मामला

सबसे पहले एचआरटीसी के चंबा डिपो में चालकों, परिचालकों के ओवर टाइम, रात्रि भत्तों में 38 लाख रुपये का गड़बड़झाला हुआ था। इस मामले को हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर ङ्क्षसह ठाकुर ने उजागर किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायत की थी। इस शिकायत के आधार पर शिमला से निगम की विशेष आडिट टीम चंबा गई थी। जांच में आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर प्रबंधन ने तत्कालीन आरएम समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड किया था। इसके बाद देहरा डिपो और पालमपुर डिपो में भी ऐसे ही घपले पकड़ में आए। पालमपुर घपले की प्रारंभिक जांच हमीरपुर के मंडलीय प्रबंधक ने की थी।

समन्वय समिति ने उठाई थी कार्रवाई की मांग

देहरा और पालमपुर डिपो के घपलों की संयुक्त समन्वय समिति ने भी कार्रवाई की मांग की थी। समिति ने प्रबंधन को कई बार ज्ञापन सौंपे और कारवाई की मांग उठाई

एचआरटीसी में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण कतई बर्दाश्त नहीं होगा। देहरा में हुए गड़बड़झाले मामले में आरोपित तत्कालीन आरएम को बचाना सही कदम नहीं है। चार्जशीट रद करना संरक्षण देने का सबसे बड़ा उदाहरण है। -शंकर सिंह ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष हिमाचल परिवहन मजदूर संघ।

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