कोरोना काल में रुके श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के विकास कार्य, श्रद्धालुओं को नहीं मिल रही सराय की सुविधा
Chamunda Temple कोरोना काल के दौरान श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के कई प्रस्तावित विकास कार्यों को ब्रेक लग गई जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ही नहीं बल्कि धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
योल, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के कई प्रस्तावित विकास कार्यों को ब्रेक लग गई, जिससे मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ही नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एशियन डेवलपमेंट बैंक के सौजन्य से 2017-18 के दौरान मंदिर परिसर के सुंदरीकरण का कार्य को अंजाम देने के लिए मंदिर की 35 कमरों की सराय भवन को गिराया था। जहां दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क ठहरने की व्यवस्था मिलती रहती थी। लेकिन अब यह सुविधा न होने से लोगों को महंगे होटलों में ठहरने को मजबूर होना पड़ रहा है।
खैर कोरोना वायरस के कारण अब अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की आमद कम है। लेकिन पिछले एक साल से सराय भवन का निर्माण कार्य फाइलों में सिमट कर रह गया। प्रशासन की मानें तो कोरोना काल के कारण कुछ प्रस्तावित योजना को पूरा करने के लिए बिलंब हुआ है। 20 लाख रुपये के बजट के कार्य को अंजाम देने के लिए सरकारी मंजूरी लेनी पड़ती है। सराय के निर्माण कार्य के अनुमानित 80 लाख के वजट का प्रावधान रखा गया है। वहीं, एसडीएम धर्मशाला एवं सहायक मंदिर आयुक्त डा. हरीश गज्जू ने बताया सभी रुके विकास कार्यों को अंजाम देने के लिए प्रशासन प्रयास कर रहा है।