कांगड़ा में खोली जाए सीजीएचएस की डिस्पेंसरी

सेवानिवृत्त पैरामिलिट्री वेलफेयर एसोसिएशन पालमपुर की बैठक आंबेडकर भवन पंचरुखी में अध्यक्ष सीएस खरवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीके शर्मा (सेवानिवृत्त डीआइजी) उपस्थित रहे। कांगड़ा में सीजीएचएस (सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) की डिस्पेंसरी खोलने के लिए संगठन की ओर से मामला भी उठाया गया।

By Virender KumarEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 04:14 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 04:14 PM (IST)
कांगड़ा में खोली जाए सीजीएचएस की डिस्पेंसरी
पंचरुखी में कांगड़ा जिले में सीजीएचएस डिस्‍पेंसरी खोलने की मांग उठाते हुए। जागरण

पंचरुखी, संवाद सूत्र। सेवानिवृत्त पैरामिलिट्री वेलफेयर एसोसिएशन पालमपुर की बैठक आंबेडकर भवन पंचरुखी में अध्यक्ष सीएस खरवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीके शर्मा (सेवानिवृत्त डीआइजी) उपस्थित रहे।

देश की सुरक्षा में शहीद और संगठन के स्वर्गवास हुए सदस्यों को याद कर दो मिनट का मौन धारण करके श्रद्धांजलि दी गई। इस बैठक के दौरान शहीदों के परिवारों को उचित सुविधाएं न मिलने पर रोष भी जाहिर किया गया।

उनकी मुख्य मांग में विशेष रूप से जिला कांगड़ा में सीजीएचएस (सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) की डिस्पेंसरी खोलने के लिए संगठन की ओर से मामला भी उठाया गया। सीएस खरवाल ने कहा कि संघ के सदस्य 2014 से केंद्र एवं राज्य के सभी नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से अपनी बात रखते रहे हैं, लेकिन लंबे समय के संघर्ष के बाद भी डिस्पेंसरी नहीं खुल पाई है। मात्र एक डिस्पेंसरी शिमला में खोली गई है जहां आना-जाना ही बहुत मुश्किल है, जबकि कांगड़ा प्रदेश सबसे बड़ा जिला है और केंद्र में पड़ता है। वहां पर इस सुुविधा का लाभ अभी तक नहीं है। पैरामिलिट्री के सेवारत सदस्यों और उनके आश्रितों के लिए आयुष्मान स्वास्थ्य सुविधा लागू कर दी है, लेकिन सरकार से आग्रह है कि अगर सीजीएचएस डिस्पेंसरी जिला स्तर पर जब तक नहीं खुलती है तो सेवानिवृत्त पैरामिलिट्री के सदस्यों और उनके आश्रितों को आयुष्मान स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ा जाए। टैक्स के चलते पैरामिलिट्री की सभी कैंटीन मार्केट रेट पर आ चुकी है और जो पहले दोपहिया एवं चारपहिया वाहन खरीदने पर प्रदेश सरकार से वैट रियायत मिलती थी, आज वह सुविधा बिल्कुल समाप्त हो चुकी है। पैरामिलिट्री कल्याण बोर्ड खोलने के लिए प्रदेश सरकार ने आदेश पत्र जारी तो कर दिया था, लेकिन अभी तक धरातल पर कुछ नहीं हो पाया है। इसलिए सरकार से आग्रह है कि रात-दिन 24 घंटे जान की परवाह न करते देश की आंतरिक सुरक्षा और सरहदों की रक्षा करने वाले जांबाजों के मनोबल का ध्यान रखते हुए उन्हें जायज सुविधाएं जल्द दी जाएं। अगर ऐसा नहीं होता है तो संगठन के सदस्यों को मजबूर होकर धरना, रैली, एवं सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

बैठक में उपाध्यक्ष केएल मनकोटिया, मेहर चंद धीमान, उपसचिव ओपी डोगरा, एफएस राणा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्रपाल, संगठन सलाहकार डीआर शर्मा, स्वचछता देवी, सरला देवी, वाको देवी, कमल ङ्क्षसह, रोशन लाल वालिया, जोगिंद्र ङ्क्षसह, मनवीर चंद कटोच प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं प्रभारी सहित लोग मौजूद रहे।

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