धर्मशाला में ही बने 100 फीसद सीयू,विभिन्न संगठनों ने की मांग
केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण धर्मशाला में हो इसके लिए शहर के विभिन्न संगठन एक मंच पर आ गए हैं और उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि 100 फीसद सीयू का निर्माण धर्मशाला में किया जाए। धर्मशाला के साथ सौतेला व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा
धर्मशाला,संवाद सहयोगी। केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण धर्मशाला में हो इसके लिए शहर के विभिन्न संगठन एक मंच पर आ गए हैं और उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि 100 फीसद सीयू का निर्माण धर्मशाला में किया जाए। पत्रकारों को संबोधित करते हुए समाजसेवी अतुल भारद्वाज व टेक चंद राणा ने कहा कि जदरांगल स्थित भूमि के जियोलॉजिकल सर्वे के लिए आने वाली कोलकत्ता की टीम के साथ भी वह मिलेंगे और यदि यहां निर्माण संभव होगा तो जदरांगल और यदि नहीं तो अन्य विकल्पों के तहत सरकार खनियारा स्थित क्षेत्रीय केंद्र या फिर डिग्री कालेज धर्मशाला को सीयू को दे और इन संस्थानों को सीयू के भीतर ही चलाया जाए। इन दोनों ही स्थानों में जमीन की कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने हैरानी व्यक्त की कि जब देहरा की जमीन मामले में सभी प्रक्रियाएं हो चुकी है तो जदरांगल के मामले को क्यों लटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला के साथ सौतेला व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। यदि जल्द इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह संघर्ष करने को मजबूर होंगे और इसके लिए सरकार ही जिम्मेवार होगी। उनका कहना है कि जब धर्मशाला के लिए केंद्रीय विश्विविद्यालय स्वीकृत हुआ है तो राजनेता इसके टुकड़ें क्यों कर रहे हैं। धर्मशाला में वह सभी सुविधाएं हैं जोकि छात्र-छात्राओं को चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब मैक्लोडगंज में बड़े-बड़े होटल बनाए जा सकते हैं, तो जदरांगल में सीयू का निर्माण क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने प्रदेश सरकार व प्रशासन से सीयू मामले की तस्वीर साफ करने की भी मांग है, ताकि जो भ्रांतियां लोगों में हैं वह दूर हो सकें। उन्होंने कहा कि जो हक धर्मशाला का है उसे छीनने नहीं दिया जाएगा और इसके लिए सभी संगठन एक हैं। इस दौरान सत्य पाल सूद, व्यापार मंडल कोतवाली बाजार व कचहरी के पदाधिकारी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।