केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय स्थापित करेगा राष्ट्रीय डाटा वेयरहाउस
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने हिमाचल सरकार के अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के सहयोग से इस सम्मलेन का आयोजन किया है।
जेएनएन, धर्मशाला। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री विजय गोयल ने वीरवार को धर्मशाला में भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा आयोजित केन्द्रीय और राज्यों के सांख्यिकीय संगठनों (सीओसीएसएसओ) के 26वें दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस दौरान हिमाचल सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने हिमाचल सरकार के अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के सहयोग से इस सम्मलेन का आयोजन किया है। सम्मेलन का इस बार का मुख्य विषय ‘सरकारी आंकड़ों में गुणवत्ता आश्वासन’ है। इसमें देशभर के सांख्यिकीविद और अर्थशास्त्री भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने अपने संबोधन में देश में सांख्यिकीय प्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए कंेद्र और राज्य सरकारों के मध्य बेहतर तालमेल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने सांख्यिकीय एंजेंसियों द्वारा प्रकाशित विभिन्न सरकारी आंकड़ों की सटीकता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने पर भी बल दिया।
उन्होंने मौजूदा डाटा संकलन प्रणाली में कमियों को दूर करने के लिए मंत्रालय द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों का उल्लेख करते हुये कहा कि मंत्रालय एक राष्ट्रीय डाटा वेयरहाउस स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहा है जो देश में सरकारी आंकड़ों के कोष की तरह होगा। इसके लिए देशभर में तीन अलग-अलग प्रकार के सर्वे किए जांएगे, तथ इसे 2019 में पूरे देश में लागू किया जाएगा। इसके लिए उच्चस्तरीय स्टैंडिग कमेटी के गठन को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों को दुरूस्त करना सुशासन का ही एक प्रकार है। राष्ट्रीय डाटा वेयरहाउस से देश के योजनाकारों को हर वर्ग के लोगों के लिए सही योजनाएं बनाने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष पीसी मोहनन, महानिदेशक(आर्थिक सांख्यिकी)केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय ज्योतिर्मय पोदार, हिमाचल प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव(वित्त, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी) अनिल कुमार खाची और अतिरिक्त महानिदेशक (आर्थिक सांख्यिकी) टीके बासु ने सांख्यिकी प्रणाली की मजबूती को लेकर अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त किए।