नामी उद्योगपतियों ने भरोसा कर निवेश के लिए किया पहाड़ों का रुख, तीन साल में स्थापित हुए रिकॉर्ड उद्योग
Invest in Himachal भले ही हिमाचल की भौगोलिक संरचना पहाड़ी है और औद्योगिक उत्पादन दूसरे राज्यों की तुलना में महंगा है। लेकिन औद्योगिक घराने सभी चीजों का आकलन करने के बाद राज्य में निवेश करने के लिए तत्पर हैं।
शिमला, जेएनएन। भले ही हिमाचल की भौगोलिक संरचना पहाड़ी है और औद्योगिक उत्पादन दूसरे राज्यों की तुलना में महंगा है। लेकिन, औद्योगिक घराने सभी चीजों का आकलन करने के बाद राज्य में निवेश करने के लिए तत्पर हैं। कोरोना ने बेशक राज्य की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, लेकिन एशिया में दवा निर्माण के क्षेत्र में नंबर वन हिमाचल ने देश को राह दिखाई है। पिछले तीन वर्षों में यहां 1411 नए उद्योग स्थापित हुए हैं। इससे उद्योगपतियों के भरोसे का पता चलता है। क्योंकि यहां पर कानून व्यवस्था की स्थिति दूसरे राज्यों से बेहतर है। यहां दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी की जा रही है, जिसमें 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना है। इससे पहले सरकार का दावा था कि यहां 14 हजार करोड़ का निवेश हुआ है।
हिमाचल में पिछले तीन सालों में जनवरी 2021 तक कुल 1411 उद्योग स्थापित हुए हैं। जिनमें से 1237 सूक्ष्म उद्योग, 163 लघु उद्योग, एक मध्यम उद्योग व 10 बड़े उद्योग हैं। इनमें से कृषि उपज पर आधारित 74 उद्योग हैं, जिनमें उत्पादन भी शुरू हो चुका है। बिलासपुर जिला में 261 उद्योग, चंबा जिला में 24 उद्योग, हमीरपुर जिला में 148 उद्योग, कुल्लू जिला में 91 उद्योग, किन्नौर में 8, लाहुल-स्पीति में 11, कांगड़ा में 282, मंडी में 29, सिरमौर में 100, सोलन में 162, शिमला में 129 तथा ऊना जिला में 166 नए उद्योग स्थापित किए गए हैं।
कृषि उपज पर आधारित उद्योगों की बात करें तो बिलासपुर जिला में ऐसे 15 उद्योग तीन साल में स्थापित हुए हैं। हमीरपुर जिला में ऐसे 10 उद्योग स्थापित हुए हैं। जबकि कुल्लू में दो, कांगड़ा जिला में 13, सिरमौर में दो, सोलन में चार, शिमला में 24 तथा ऊना में चार ऐसे उद्योग स्थापित हैं।