कैसी व्यवस्था, काम के लिए बजट जारी पर नहीं मिली मंजूरी
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चरान खड्ड में बनने वाला कमान एंड कंट्रोल सेंटर का काम लटक गया है।
जेएनएन, धर्मशाला : स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चरान खड्ड में बनने वाला कमान एंड कंट्रोलसेंटर का निर्माण तकनीकी मंजूरी के फेर में फंसा हुआ है। हालांकि इसकेनिर्माण के लिए हिमुडा को भी 9.5 करोड़ रुपये की धनराशि जारी हो चुकी हैजबकि इसके निर्माण पर 24.44 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जानी है।लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतना समय बीतने के बाद भी इस परियोजना कोमंजूरी न मिलना कई सवाल खड़े कर रही है। वहीं अभी तक स्मार्ट सिटीपरियोजना के तहत केवल ओल्ड चड़ी रोड में स्मार्ट सीवरेज ट्रीटमेंटप्लांट, सोलर टॉप रूफ के तहत चार स्थानों में प्लांट लगे हैं जबकि शेषपरियोजनाएं अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई हैं। इन सभी परियोजनाओं में सबसेबड़ी परियोजना स्मार्ट सिटी की कमान एंड कंट्रोल सेंटर है।ये सुविधाएं होंगी कमान एंड कंट्रोल सेंटर मेंकमान एंड कंट्रोल सेंटर में स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कार्यालय के अलावासीसीटीवी, ट्रैफिक कंट्रोल, भूमिगत कूड़ेदानों की मौजूदा स्थिति की कबकौन सा कूड़ेदान भर गया है और खाली किया जाना है, सोलर टॉप रूफ सेउत्पन्न होने वाली बिजली की स्थिति के अलावा पार्किंग सुविधा समेत अन्यसुविधाओं की कमान एक साथ होगी।क्या कहते हैं बाशिदेशहर को स्मार्ट सिटी बने तीन वर्ष का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तकबाशिदों को कोई भी स्मार्ट सुविधा नहीं मिल पाई है। इस दिशा में सरकार वप्रशासन को चाहिए कि जल्द कारगर कदम उठाए, ताकि स्मार्ट परियोजनाएं धरातलपर आ सकें और लोगों को इसका लाभ मिल सके। -आरसी कटोच। स्मार्ट सिटी के तहत केवल अभी तक ओल्ड चड़ी रोड में सीवरेज ट्रीटमेंटप्लांट बना है, लेकिन हैरानी का विषय है कि अभी तक इसका भी उदघाटन नहींकिया गया है। जो प्लांट बन गए हैं उन्हें तो शुरू कर दिया जाना चाहिए औरअन्य पर भी जल्द काम होना चाहिए। -संतोष कटोच। स्मार्ट सिटी में अब भी कई समस्याएं हैं जिनका समाधान किया जाना चाहिए।सबसे बड़ी समस्या तो सीवरेज की ही है, जो अभी तक नसीब नहीं हो पाई है।वहीं बिजली व्यवस्था भी 24 घंटे मुहैया करवाई जानी चाहिए। -अश्विनी कुमार शर्मा। धर्मशाला शहर प्रदेश का दूसरा बड़ा शहर है। लेकिन स्मार्ट सिटी बनने केबाद भी वैसी सुविधाएं अभी तक मयस्सर नहीं हो पाई हैं। इसलिए सरकार वप्रशासन को इस ओर प्रयास करने चाहिए और जल्द स्मार्ट परियोजनाएं धरातल परलानी चाहिए। -तकदीर सिंह। शहर की समस्याओं का जल्द स्मार्ट सिटी परियोजना के जरिये समाधान कियाजाना चाहिए। स्मार्ट सिटी के तहत जो भी परियोजनाएं हैं, उन्हें जल्द सेजल्द लागू करने की दिशा में काम होना चाहिए। -राजेश शर्मा। अभी तक स्मार्ट सिटी के तहत बनने वाले कमान एंड कंट्रोल सेंटर के निर्माणको लेकर तकनीकी मंजूरी नहीं मिली है। मंजूरी मिलने के साथ ही भवन निर्माणका कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। इस सेंटर के बनने से शहर की तमामसुविधाएं हाइटेक होंगी। -देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम धर्मशाला।