गोशाला में रहने को मजबूर खुंड‍ियां के यह भाई-बहन, भाई दिमागी रूप से परेशान व बहन दृष्‍ट‍िविहीन

Brother and Sister live in Cowshed खुंडिया ने खरमुना गांव में भाई बहन गोशाला में रहने को मजबूर हैं। इनमें भाई सुभाष चंद की दिमागी हालत भी ठीक नहीं है। उसकी बहन सुमना कुमारी की आंखों की रोशनी कुछ साल पहले जा चुकी है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 12:17 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 12:17 PM (IST)
गोशाला में रहने को मजबूर खुंड‍ियां के यह भाई-बहन, भाई दिमागी रूप से परेशान व बहन दृष्‍ट‍िविहीन
खुंडिया ने खरमुना गांव में भाई बहन गोशाला में रहने को मजबूर हैं।

ज्वालामुखी, जेएनएन। Brother and Sister live in Cowshed, खुंडिया ने खरमुना गांव में भाई बहन गोशाला में रहने को मजबूर हैं। स्माइल फाउंडेशन खुंडिया ने खरमुना गांव में जरूरतमंद भाई बहन को एक महीने का राशन उपलब्ध करवाया और आगे भी इन्हें हर महीने राशन उपलब्ध करवाने का बचन दिया है। स्माइल फाउंडेशन खुंडिया को जब किसी शख्स ने इन खरमुना गांव मे गरीब भाई बहन के बारे में जानकारी दी कि यह एक गोशाला में रहते हैं। इनमें भाई सुभाष चंद की दिमागी हालत भी ठीक नहीं है। उसकी बहन सुमना कुमारी की आंखों की रोशनी कुछ साल पहले जा चुकी है। उनका मकान दो साल पहले भारी बरसात के कारण ढह गया था और अब गांववासियों ने इन्हें गांव की एक गोशाला में रहने का पूरा इंतजाम करवाया है।

स्माइल फाउंडेशन ने सुमन कुमारी की आंखों के इलाज़ करवाने का बचन दिया है, दोनों भाई-बहन जानवरों जैसे एक गोशाला में अपना जीवन यापन कर रहे हैं, इनकी दयनीय स्थिति बद से भी बदतर है। स्माइल फाउंडेशन खुंडिया ने इलाके के लोगों से यह बिनती की है कि इनकी आंखों के ऑपरेशन में योगदान के लिए आगे आएं और इन्हें समाज में जीने के योग्य बनाने के लिए आप सभी अपनी तरफ से कुछ न कुछ दान सहयोग करें।

स्थानीय विधायक रमेश धवाला से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है। वह प्रशासन को निर्देश देंगे कि इस परिवार की समस्या हल की जाए। एसडीएम धनवीर ठाकुर ने कहा इस परिवार की जरूर मदद की जाएगी।

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