एक सप्‍ताह बाद रोहतांग बहाली शुरू, मार्च अंत तक खुलने की उम्‍मीद; मौसम फ‍िर डाल सकता है खलल

Rohtang Pass बीआरओ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग बहाली पर लौट आया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 11 Mar 2020 10:11 AM (IST) Updated:Wed, 11 Mar 2020 10:11 AM (IST)
एक सप्‍ताह बाद रोहतांग बहाली शुरू, मार्च अंत तक खुलने की उम्‍मीद; मौसम फ‍िर डाल सकता है खलल
एक सप्‍ताह बाद रोहतांग बहाली शुरू, मार्च अंत तक खुलने की उम्‍मीद; मौसम फ‍िर डाल सकता है खलल

मनाली, जेएनएन। बीआरओ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग बहाली पर लौट आया है। सभी परिस्तिथियां ठीक रही तो बीआरओ मार्च के अंत मे रोहतांग दर्रे को बहाल कर शीत मरुस्थल लाहुल घाटी को मनाली से जोड़ देगा। बीआरओ 476 किमी लंबी इस सड़क को बहाल करने में जुटा है। मनाली से बीआरओ की दीपक परियोजना मनाली से सरचू 222 किलोमीटर, जबकि लेह से सरचू 254 किलोमीटर भाग में हिमांक सड़क बहाली में जुटी हुई है। बीआरओ की मानें तो अप्रैल अंत में लेह मार्ग, जबकि मार्च अंत मे रोहतांग पास बहाल करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन यह मौसम पर निर्भर रहेगा। मौसम साफ रहने पर ही बीआरओ लक्ष्‍य का हासिल कर पाएगा।

20 फरवरी को बीआरओ ने रोहतांग और बारालाचा पास के लिए एक साथ राहलाफाल और दारचा से लेह मार्ग से बर्फ हटाने की मुहिम शुरू कर दी थी। तीसरी टीम गुफा होटल से रोहतांग की ओर बढ़ी थी। बर्फ़बारी से बीआरओ की बहाली सात दिन बंद रही, साथ ही पीछे भी हटना पड़ा है। हालांकि आज से फ‍िर मौसम खराब होने की संभावना है। ऐसे में एक बार फ‍िर बीआरओ के कदम रुक सकते हैं।

पीडब्लूडी ने भी लाहुल घाटी में बर्फ हटाने की मुहिम शुरू की है। बर्फबारी से संपर्क मार्गों को बहाल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा है। लोक निर्माण विभाग के चिनाव मंडल ने  2 मार्च से घाटी के दस मार्गों से एक साथ बर्फ हटाने की मुहिम छेड़ी थी, जिससे कि हिमपात के चलते उन्हें भी कई संपर्क मार्गों से कदम पीछे हटाने पड़े।

बीआरओ कमांडर कर्नल उमाशंकर ने बताया कि बर्फ़बारी से उनकी मुहिम में एक सप्ताह का खलल पड़ा है। बीआरओ एक बार फिर सड़क बहाली में जुट गया है। मौसम ने साथ दिया तो बीआरओ मार्च अंत तक रोहतांग पास को बहाल कर लेगा, जबकि अप्रैल अंत तक मनाली लेग मार्ग बहाली के प्रयास किये जाएंगे।

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